पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को सांस लेने में तकलीफ होने पर शनिवार (29 जुलाई) को कोलकाता स्थित एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया। वह 79 वर्ष के हैं। उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि मार्क्सवादी नेता का ऑक्सीजन संतृप्ति स्तर काफी हद तक गिर गया, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अस्पताल जाते समय उनकी पत्नी मीरा भट्टाचार्जी भी उनके साथ थीं। उनकी बेटी सुचेतना भट्टाचार्जी भी अस्पताल पहुंच गई हैं। भट्टाचार्जी काफी समय से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) के मरीज है।
सूत्रों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनकी स्वास्थ्य स्थिति खराब चल रही थी। हालांकि, उस समय उन्होंने अस्पताल में भर्ती होने की डॉक्टर की सलाह मानने से इनकार कर दिया। दोपहर से उनकी हालत बिगड़ने लगी और ऑक्सीजन संतृप्ति स्तर तेजी से गिर रहा था। ऐसे में उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम ने बिना देर किए उन्हें अस्पताल में भर्ती करने का फैसला किया।
साल 2021 में पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य (Buddhadeb Bhattacharya) कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह नवंबर 2000 में ज्योति बसु (Jyoti Basu) के बाद मुख्यमंत्री बने और 2021 तक इस पद पर बने रहे, जब ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) राज्य में 34 साल के वाम मोर्चा शासन का अंत कर सत्ता में आई।
भट्टाचार्जी मुख्यमंत्री के रूप में राज्य में बड़े पैमाने पर औद्योगीकरण की जरूरत को लेकर मुखर थे। हालांकि, उनके कार्यकाल के दौरान भूमि अधिग्रहण के मामले उनकी पार्टी और वाम मोर्चे के लिए उलटा पड़ गया।