
नई दिल्ली। पूर्व राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ पत्रकार चंदन मित्रा का बुधवार देर रात निधन हो गया है। उनके बेटे कुशन मित्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण दिल्ली स्थित आवास पर 65 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
वह ‘पायनियर’ समाचार-पत्र के संपादक थे और राजनीति से लेकर लोकप्रिय संगीत सहित विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए जाने जाते थे। पिछले कुछ समय से वह बीमार थे और सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रहते थे।
उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं। कुशन मित्रा ने कहा कि उनके पिता पिछले कुछ वक्त से बीमार थे। उन्होंने ट्वीट किया, “मेरे पिता जी का कल देर रात निधन हो गया। वह पिछले कुछ समय से कष्ट में थे।”
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने चंदन मित्रा के निधन पर शोक जताया और राजनीति एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना की।
राष्ट्रपति कोविंद ने मित्रा के निधन पर शोक जताते हुए इसे पत्रकारिता जगत के लिए बड़ा नुकसान बताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘चंदन मित्रा एक उत्कृष्ट पत्रकार थे तथा सांसद के रूप में उनके कार्यकाल ने उन्हें और ख्याति दी। हिंदी भाषी क्षेत्रों के साथ ही, इतिहास की उन्हें गहरी समझ थी। उनके निधन ने भारतीय पत्रकारिता में एक खालीपन छोड़ दिया है। उनके परिजनों और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।’’
Shri Chandan Mitra was an outstanding journalist and his stint as a parliamentarian added to his reputation. His understanding of Hindi heartland and its history was profound. His demise leaves a void in Indian journalism. My heartfelt condolences to his family and friends.
— President of India (@rashtrapatibhvn) September 2, 2021
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मित्रा के निधन को निजी नुकसान बताया।
उपराष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट के मुताबिक, नायडू ने कहा, ‘‘वह एक ज्ञानी और बहुत सम्मानित पत्रकार व सांसद थे। उनका निधन मेरी निजी क्षति है।’’
Deeply saddened by the demise of former Rajya Sabha Member & veteran journalist, Shri Chandan Mitra. He was an erudite &highly respected journalist and parliamentarian. His death is a personal loss to me. Om Shanti! pic.twitter.com/xkKAYtu55M
— Vice President of India (@VPSecretariat) September 2, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मित्रा को उनकी बुद्धिमत्ता और पारखी नजर के लिए याद किया जाएगा।
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘चंदन मित्रा को उनकी बुद्धमत्ता और पारखी नजर के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने मीडिया जगत के साथ ही राजनीति में भी अपनी विशिष्ट पहचान बनाई। उनके निधन से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं।’’
Shri Chandan Mitra Ji will be remembered for his intellect and insights. He distinguished himself in the world of media as well as politics. Anguished by his demise. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 2, 2021
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य के रूप में वह दो बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए। उन्हें वयोवृद्ध भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी का करीबी माना जाता था। वर्ष 2018 में उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया और पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मित्रा के निधन पर शोक जताया और कहा, ‘‘मीडिया के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य और जनता की सेवा के लिए उन्हें याद किया जाएगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं परिजनों के साथ है।’’
Pained to learn about the demise of former MP and senior journalist Shri Chandan Mitra Ji. He will be remembered for his distinguished career in the field of media and service for people. My thoughts and prayers are with his family in this time of grief. Om Shanti
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) September 2, 2021
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मित्रा के निधन पर शोक जताया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘पत्रकारिता और राजनीति के क्षेत्र में योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।’’
वहीं भाजपा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने ट्वीट किया, “मैंने अपने करीबी मित्र – पायनियर के संपादक एवं पूर्व सांसद चंदन मित्रा को आज सुबह खो दिया। हम ला मार्टिनियर के विद्यार्थियों के तौर पर एक साथ थे और सेंट स्टीफेन्स और ऑक्सफोर्ड गए थे। हमने एक ही वक्त पर पत्रकारिता शुरू की थी और अयोध्या एवं भगवा लहर के उत्साह को साथ में महसूस किया था।”
I lost my closest friend—editor of Pioneer & former MP Chandan Mitra—this morning. We were together as students of La Martiniere & went on to St Stephen’s & Oxford. We joined journalism at the same time & shared the excitement of Ayodhya & the saffron wave. 1/2
— Swapan Dasgupta (@swapan55) September 2, 2021
भाजपा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने मित्रा के साथ अपनी 1972 की एक तस्वीर पोस्ट की और कामना की कि उनका दोस्त जहां भी रहे, खुश रहे। दासगुप्ता ने कहा, “मैं 1972 की एक स्कूल यात्रा के दौरान की अपनी और चंदन मित्रा की तस्वीर पोस्ट कर रहा हूं। मेरे प्रिय मित्र, जहां भी रहो, खुश रहो।”
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने याद किया कि कैसे सेंट स्टीफेन्स कॉलेज यूनियन सोसायटी के चुनाव में मित्रा ने उनके चुनावी प्रबंधक की भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा, ‘‘चंदन के निधन की खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूं। उन्होंने सेंट स्टीफेन्स कॉलेज यूनियन सोसायटी के अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में सफलतापूर्वक मेरे चुनावी प्रबंधक की जिम्मेदारी संभाली, मेरी कैबिनेट में योगदान दिया और मेरे उत्तराधिकारी भी बने। दिल्ली वापसी और राजनीति ने हमें अलग कर दिया लेकिन इससे पहले हम दोनों वर्षों तक लगातार एक दूसरे के संपर्क में थे।’’
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने भी मित्रा के निधन पर दुख जताया और एक बयान में कहा, ‘‘चंदन मित्र उच्च कोटि के एक संपादक थे जिन्होंने दि स्टेट्समैन में एक शानदार पारी खेली और हिंदुस्तान टाइम्स के संपादक भी बने। उन्होंने युवा पत्रकारों को प्रोत्साहित किया और पॉयनियर को फिर से शुरु किया। उनका निधन बहुत बड़ी क्षति है। दुख की इस घड़ी में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया उनके परिवार के साथ खड़ा है।’’