होली 2022 : आज है होलिका दहन की पूजा, देशभर में मनाया जा रहा होलिका दहन!


रंग और उल्लास का पर्व होली फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन शुभ मुहूर्त में होलिका दहन किया जाता है। वहीं अगले दिन रंगों और गुलाल से खेला जाता है…


बबली कुमारी बबली कुमारी
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रंग और उल्लास का पर्व होली फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन शुभ मुहूर्त में होलिका दहन किया जाता है। वहीं अगले दिन रंगों और गुलाल से खेला जाता है। इस माह होलिका दहन 17 मार्च और बड़ी होली 18 मार्च को मनाई जाएगी। मान्यता है कि दिन व्रत रखने और स्नान-दान का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि होलिका दहन की अग्नि की पूजा से मुनष्य के सभी दुख और संकट जल कर राख हो जाते हैं। और व्यक्ति पर भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।

इसको कहीं-कहीं पर संवत जलाना भी कहते हैं। इसके पीछे अगर पौराणिक कथाएं हैं तो वैज्ञानिक मान्यताएं भी हैं। बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक स्वरूप में होलिका दहन किया जाता है।

होलिका दहन में किसी वृक्ष कि शाखा को जमीन में गाड़ कर उसे चारों तरफ से लकड़ी कंडे उपले से घेर कर निश्चित मुहूर्त में जलाया जाता है। इसमें छेद वाले गोबर के उपले, गेंहू की नई बालियां और उबटन जलाया जाता है। ताकि वर्षभर व्यक्ति को आरोग्य की प्राप्ति हो और उसकी सारी बुरी बलाएं अग्नि में भस्म हो जाएं। लकड़ी की राख को घर में लाकर उससे तिलक करने की परंपरा भी है। फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा के दिन श्री चैतन्य महाप्रभु का जन्म हुआ था। उनको श्री कृष्ण का अवतार माना जाता है। इस दिन श्री चैतन्य महाप्रभु की पूजा उपासना भी अत्यंत शुभ फलदायी होती है।

क्या है होलिका दहन की विशेषता और लाभ?
इस दिन मन की तमाम समस्याओं का निवारण हो सकता है। रोग, बीमारी और विरोधियों की समस्या से निजात मिल सकती है। आर्थिक बाधाओं से राहत मिल सकती है। अगर आप ईश्वर की कृपा पान चाहते हैं तो इस दिन आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। अलग-अलग चीजों को अग्नि में डालकर अपनी अपनी बाधाओं से मुक्ति पा सकते हैं।

होलिका दहन 17 मार्च, गुरुवार के दिन किया जाएगा। इस बार शाम के समय भद्रा होने के कारण देर से होलिका दहन किया जाएगा। इस बार होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात को 9 बजकर 06 मिनट से शुरू होगा और 10 बजकर 16 मिनट पर समाप्त होगा। बता दें कि इस बार होलिका दहन भद्रा के साथ किया जाएगा। दिल्ली, नोएडा, जयपुर, पटना समेत सभी राज्यों में इसी समय दहन होगा।