राहुल गांधी के प्रश्न के उत्तर में सरकार ने कहा: कोविड के असर के चलते 9 प्रतिशत एमएसएमई इकाइयां बंद हुईं


सरकार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रश्न के उत्तर में लोकसभा में बताया है कि देश में कोरोना वायरस महामारी के असर के चलते सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र की नौ प्रतिशत इकाइयां बंद हो गईं।


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नई दिल्ली। सरकार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रश्न के उत्तर में लोकसभा में बताया है कि देश में कोरोना वायरस महामारी के असर के चलते सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र की नौ प्रतिशत इकाइयां बंद हो गईं।

राहुल गांधी ने सरकार के जवाब को लेकर शुक्रवार को उस पर निशाना साधा और ट्वीट करके ‘अर्थव्यवस्था कमजोर होने’ तथा ‘रोजगार खत्म होने’ का आरोप लगाया।

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने बृहस्पतिवार को निचले सदन में राहुल गांधी के प्रश्न के लिखित उत्तर में राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड की ओर से कराए गए सर्वेक्षण का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि साल 2020 में स्वरोजगार करने वाले 11,716 लोगों ने आत्महत्या की।

केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने तारांकित प्रश्न संख्या 262 के तहत मंत्री से एसएसएमई क्षेत्र पर कोरोना वायरस महामारी के असर और सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के संदर्भ में जानकारी मांगी थी।

उन्होंने सरकार से मुख्य रूप से यह सवाल किया था कि क्या सरकार ने खुदकुशी करने वाले छोटे कारोबारियों एवं दुकानदारों के परिवारों को मदद दी? क्या सरकार ने कोरोना महामारी के कारण एमएसएमई क्षेत्र पर पड़ने वाले असर का कोई अध्ययन कराया है?

उनके सवालों के जवाब में नारायण राणे ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने सूचित किया है कि साल 2019 में स्वरोजगार से जुड़े 9,052 लोगों ने आत्महत्या की और 2020 में 11,716 ऐसे लोगों ने खुदकुशी की। ब्यूरो की ओर से एमएसएमई उद्यमियों द्वारा आत्महत्या के आंकड़े को श्रेणीबद्ध नहीं किया गया है।’’

मंत्री ने बताया कि एमएसएमई क्षेत्र के सहयोग के लिए ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के तहत कई कदम उठाए गए हैं। एमएसएमई के लिए 20,000 करोड़ रुपये के अधीनस्थ ऋण दिए गए। एमएसएमई सहित व्यवसाय क्षेत्र के लिए 3 लाख करोड़ रुपये को ‘कोलेटरल मुक्त ऑटोमेटिक ऋण’ दिए गए। अब इसकी तीन लाख करोड़ रुपये की सीमा को बढ़ाकर साढ़े चार लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।

उन्होंने सरकार की ओर से उठाए गए कई अन्य कदमों का भी उल्लेख किया।

राणे ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड की ओर से सर्वेक्षण किया गया जिसमें पाया गया कि 91 प्रतिशत एमएसएमई कार्यरत थीं और नौ प्रतिशत एमएसएमई कोविड के प्रभाव के कारण बंद हो गईं।

उधर, राहुल गांधी ने अपने प्रश्नों के उत्तर में मंत्री की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर शुक्रवार को ट्वीट करके सरकार पर निशाना साधा।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘एमएसएमई पर मैंने सरकार से कुछ गंभीर प्रश्न किए थे जिनके जवाब में उन्होंने माना है कि कोविड काल में 9 प्रतिशत एमएसएमई बंद हो गयीं। यानी मित्रों का फ़ायदा, अर्थव्यवस्था कमज़ोर, रोज़गार ख़त्म!’’