नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि नव सृजित भारतीय अंतरिक्ष सवंर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र (इन-स्पेस) अंतरिक्ष के क्षेत्र में निजी कंपनियों और स्टार्ट अप को समान अवसर प्रदान करेगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले साल ही ग्रहीय अन्वेषण मिशनों समेत समस्त अंतरिक्ष गतिविधियों में निजी क्षेत्र की भागीदारी को मंजूरी दी थी।
अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री सिंह ने कहा कि 25 से अधिक उद्योग दिशानिर्देशों के अनुसार अंतरिक्ष गतिविधियां करने के लिए पहले ही अंतरिक्ष विभाग से संपर्क कर चुके हैं। कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी में ‘आत्म-निर्भर भारत’ के लक्ष्य को मजबूत बनाएगा।
एक बयान के अनुसार सिंह ने कहा, भारतीय अंतरिक्ष सवंर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र (इन स्पेस) के गठन का फैसला निजी कंपनियों एवं स्टार्ट अप को समान अवसर प्रदान करेगा। प्रस्तावित अंतरिक्ष गतिविधियों में छोटे उपग्रह प्रक्षेपण यान, भूस्थानिक सेवाएं आदि शामिल हैं।