
नई दिल्ली। आयकर विभाग ने बृहस्पतिवार को इन आरोपों को खारिज कर दिया कि उसके अधिकारियों ने दैनिक भास्कर मीडिया समूह के कई कार्यालयों पर छापेमारी के दौरान खबरों में ‘‘बदलाव के सुझाव’’ दिए।
विभाग ने तीन ट्वीट कर कहा कि इसकी टीम ने छापेमारी के दौरान केवल वित्तीय दस्तावेजों पर गौर किया।
आयकर विभाग ने ट्वीट किया, ‘‘मीडिया के कुछ हिस्से में आरोप लगाए गए हैं कि आयकर विभाग के अधिकारियों ने एक खास प्रकाशन के कार्यालयों पर छापेमारी के दौरान खबरों में बदलाव के सुझाव दिए और संपादकीय निर्णय लिए।’’
In keeping with the Department’s protocol, the Investigation team only looked into the financial transactions of the group related to tax evasion.(2/3)
— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) July 22, 2021
विभाग ने ट्वीट किया, ‘‘ये आरोप पूरी तरह झूठ हैं और आयकर विभाग इसे पूरी तरह खारिज करता है।’’
Certain allegations have appeared in some sections of media that ITDept officials were suggesting changes in stories &taking editorial decisions during their search on offices of a certain publication.These allegations are absolutely false &are categorically denied by ITDept(1/3)
— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) July 22, 2021
इसने कहा कि विभाग के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए जांच दल ने ‘‘समूह के कर अपवंचना से जुड़े केवल वित्तीय लेन-देन को देखा।’’
आयकर विभाग ने ट्वीट में समूह के राष्ट्रीय संपादकों द्वारा कुछ समाचार चैनलों को दिए गए साक्षात्कार का भी जिक्र किया।
विभाग ने कहा, ‘‘मीडिया को दिए साक्षात्कार के मुताबिक श्री ओम गौड़ लखनऊ से जुड़े हुए हैं। यह बताया जाता है कि प्रकाशन के लखनऊ कार्यालय पर आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी नहीं की।’’
Shri Om Gaur is based in Lucknow as per his interview to media. It is emphasised that Lucknow office of the publication was not searched by the Income Tax team. Sh Om Gaur was not even questioned. The allegations being made have no basis & in fact seem to be highly motivated(3/3)
— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) July 22, 2021
इसने कहा, ‘‘श्री ओम गौड़ से पूछताछ भी नहीं की गई। लगाए गए आरोप निराधार हैं और ये काफी प्रेरित हैं।’’
आयकर विभाग ने दैनिक भास्कर समूह के खिलाफ कई राज्यों में छापेमारी की है। इसने उत्तर प्रदेश के टीवी चैनल भारत समाचार के खिलाफ भी कर अपवंचना के लिए छापेमारी की, जिसका समाज के कई वर्गों ने विरोध किया और इसे लेकर राज्यसभा में भी हंगामा हुआ।