प्रवासी मजदूरों को निःशुल्क भोजन-पानी मुहैया कराने के मिले निर्देश


रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने जानकारी दी कि अब तक 85 लाख से अधिक मील और 1.25 करोड़ से अधिक पानी की बोतलें निःशुल्क प्रवासी मजदूरों को दी गईं। रेलवे डिविजन विभिन्न स्टेशनों पर प्रवासी मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था करने के लिए स्थानीय हलवाई और बेकरी की सेवाएं ले रहा है।


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देश Updated On :

नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान भारतीय रेलवे ने 28 मई तक कुल 3840 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। इन ट्रेनों के जरिये अब तक 52 लाख यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। विनोद कुमार यादव ने बताया कि राज्य सरकारें ट्रेन के चलने वाले स्टेशन पर खाना और पानी मुहैया कराती हैं। इसके अलावा, रेलवे व आईआरसीटीसी यात्रा के दौरान प्रवासी मजदूरों को निःशुल्क भोजन और पानी मुहैया कराते हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि अब तक 85 लाख अधिक मील (भोजन की पूरी थाली) और 1.25 करोड़ से अधिक पानी की बोतलें निःशुल्क प्रवासी मजदूरों को दी गईं। रेलवे डिविजन विभिन्न स्टेशनों पर प्रवासी मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था करने के लिए स्थानीय हलवाई और बेकरी की सेवाएं ले रहा है।
बता दें कि मजदूरों के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेनों में भोजन पानी सही सुविधा नहीं होने कारण कई यात्रियों की हुई मौत हो गई गई थी जिसके बाद गुरुवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने प्रवासी मजदूरों को निशुल्क घर पहुंचाने और भोजन-पानी मुहैया कराने का निर्देश दिया है।



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