
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर, कोराना महामारी के खिलाफ लड़ाई में अपनी कड़ी मेहनत व नि:स्वार्थ भाव से सेवा दे रहीं देश के नर्सों के योगदान की सराहना की और उन्हें भारत के स्वास्थ्य ढांचे की अहम कड़ी बताया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर नर्स बहनों और स्वास्थ्य सहयोगियों का विनम्र अभिनंदन करता हूं। महामारी के इस दौर में आप रोगियों के उपचार में अग्रिम पंक्ति के योद्धा की भांति तत्पर रही हैं। आप सभी सुरक्षित रहें, यही कामना करता हूं। कृतज्ञ समाज आपके त्याग का सदैव सम्मान करता है।’’
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर नर्स बहनों और स्वास्थ्य सहयोगियों का विनम्र अभिनंदन करता हूं। महामारी के इस दौर में आप रोगियों के उपचार में अग्रिम पंक्ति के योद्धा की भांति तत्पर रही हैं। आप सभी सुरक्षित रहें यही कामना करता हूं। कृतज्ञ समाज आपके त्याग का सदैव सम्मान करता है।
— Vice President of India (@VPSecretariat) May 12, 2021
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर सभी नर्सों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में नर्सिंग स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक महामारी कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों में हमारी नर्स अग्रिम मोर्चे के योद्धा के रूप में पूर्ण निष्ठा से रोगियों की सेवा कर रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस नर्सों के सेवाभाव का कृतज्ञतापूर्वक स्मरण करने, उन्हें सम्मानित करने तथा उनके प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर है।’’
“अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस” पर देश की समस्त नर्सों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
कोरोना महामारी के इस संकट काल में अपनी अमूल्य सेवाएं दे रहीं हमारी नर्स बहनों के त्याग व समर्पण की भावना को सादर नमन।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 12, 2021
आपको बता दें कि हर साल 12 मई को इंटरनेशनल नर्स डे (International Nurses Day 2021) यानी अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। यह दिन हर साल फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन की वर्षगांठ के तौर पर मनाया जाता है। फ्लोरेंस नाइटिंगेल को विश्व की पहली नर्स कहा जाता है। उन्होंने क्रीमियन युद्ध के दौरान लालटेन लेकर घायल ब्रिटिश सैनिकों की देखभाल की थी। इस वजह से इन्हें लेडी विद द लैंप भी कहा गया। मरीज की जिंदगी बचाने में जितना योगदान डॉक्टर्स का होता है, उतना ही एक नर्स का। नर्स अपनी परवाह किए बिना मरीज की तन-मन से सेवा कर उनकी जान बचाती है। अपने घर और परिवार से दूर रहकर मरीजों की दिन रात सेवा करती है। नर्सों के साहस और सराहनीय कार्य के लिए यह दिवस मनाया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 2021 थीम
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस की हर साल अलग थीम होती है। इस समय पूरी दुनिया महामारी कोरोना से जूझ रही है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 2021 की थीम नर्स : ए वॉयस टू लीड – ए विजन फॉर फ्यूचर हेल्थकेयर रखी है। इस थीम के जरिए लोगों में नर्सों के प्रति सम्मान को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। इसका मतलब होता है कि भविष्य की स्वास्थ्य सेवा के लिए नर्स का नेतृत्व बहुत महत्वपूर्ण है। इस बार हम यह दिखाना चाहते हैं कि नर्सिंग भविष्य में कैसे दिखेगी और साथ ही साथ कैसे पेशे स्वास्थ्य सेवा के अगले चरण को बदल देगी।
कोरोना के इस महामारी के दौरान चिकित्सीय स्टाफ ने अपना सब कुछ झोंका हुआ है। इनमें नर्स बेहद अहम भूमिका निभा रही हैं। नर्स एक मां, एक बहन के रूप में मरीजों की सेवा करती हैं। इस रिश्ते को बखूबी निभाने के कारण इन्हें सिस्टर का उपनाम दिया गया है। नर्स अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज करती है। वह अपने घरों से दूर, परिवार से दूर रहकर दिन और रात अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कर रही हैं। नर्सों को इस पेशे से जुड़ी खुशियों के साथ-साथ कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है।