क्या देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की पेशकश योगी आदित्यनाथ पर दबाव है?


संजय राउत ने कहा, देवेंद्र फडणवीस का इस्तीफा देने का प्रस्ताव योगी आदित्यनाथ पर दबाव बनाने का एक कदम है। अगर महाराष्ट्र में फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा हारी है, तो उत्तर प्रदेश में भी योगी के नेतृत्व में हार होगी। इसीलिए फडणवीस इस्तीफे की बात कर रहे हैं।


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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में एनडीए को हैट्रिक जीत मिल गई। भाजपा की अगुवाई में मोदी सरकार 3.0 शपथ लेने को तैयार है। मगर भाजपा को एक टीस रह-रहकर याद आ रही होगी कि आखिर उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में इतना बड़ा झटका कैसे मिला? भाजपा ने यूपी-महाराष्ट्र समेत हिंदी बेल्ट के राज्यों के सहारे 400 पार का ख्वाब देखा था। मगर लोकसभा चुनाव के नतीजों ने उसके सपने को चकनाचूर कर दिया। अपने दम पर बहुमत न मिलने और यूपी-महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन से पिछड़ने के भाजपा में साइड इफेक्ट दिखने लगे हैं। यही वजह है कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने हार की जिम्मेदारी ले ली है। साथ ही उन्होंने इस्तीफे की पेशकश करके सियासी हलचल बढ़ा दी है। अब सवाल उठता है कि क्या महाराष्ट्र की हार की जिम्मेदारी लेकर क्या देवेंद्र फडणवीस यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर इस्तीफे का दबाव बना रहे हैं?

दरअसल, देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की पेशकश पर संजय राउत ने एक सवाल उछाल दिया है। संजय राउत का मानना है कि देवेंद्र फडणवीस तो बहाना हैं, सीएम योगी असली निशाना हैं। संजय राउत का कहना है कि देवेंद्र फडणवीस इस्तीफे की पेशकश देकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर इस्तीफे का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया कि भाजपा के इस नतीजे की जिम्मेदारी पीएम मोदी को लेनी चाहिए और उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। बता दें कि फडणवीस ने बुधवार को महाराष्ट्र में हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की।

संजय राउत ने क्या कहा?

संजय राउत ने कहा, ‘देवेंद्र फडणवीस का इस्तीफा देने का प्रस्ताव योगी आदित्यनाथ पर दबाव बनाने का एक कदम है। अगर महाराष्ट्र में फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा हारी है, तो उत्तर प्रदेश में भी योगी के नेतृत्व में हार होगी। इसीलिए फडणवीस इस्तीफे की बात कर रहे हैं। उन्होंने मांग दोहराई कि प्रधानमंत्री मोदी को भाजपा के परिणामों की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए।’

संजय ने कैसे दिया ट्विस्ट?

चुनावी नतीजों से पहले अरविंद केजरीवाल ने भी योगी आदित्यनाथ को लेकर एक दावा किया था। अब उस दावे में संजय राउत ने ट्विस्ट दे दिया है। दरअसल, महाराष्ट्र और यूपी… ये दो ऐसे राज्य हैं, जहां भाजपा को बड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र में जहां उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस ने मिलकर भाजपा को बड़ा झटका दिया। वहीं यूपी में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने भाजपा को शिकस्त दी। यूपी में सपा अब भाजपा से आगे हो गई है।

केजरीवाल की बात को संजय ने आगे बढ़ाया

संजय राउत ने देवेंद्र फडणवीस के हवाले से योगी को लेकर सवाल यूं ही नहीं उछाला है। संजय राउत ने अरविंद केजरीवाल के बयान को मजबूती दी है। दरअसल, लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा था चुनाव बाद उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होगा और योगी मुख्यमंत्री पद से हटाए जाएंगे। अंतरिम जमानत पर बाहर आए अरविंद केजरीवाल ने लखनऊ में अखिलेश के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने कहा था, ‘योगी जी दिल्ली आए थे और उन्होंने मुझे बहुत गालियां दीं। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि उनके असली दुश्मन तो बीजेपी में ही है।’ उन्होंने कहा था कि बीजेपी सीएम योगी को लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद से हटा देगी।

योगी के बहाने भाजपा को उसी के हथियार से जवाब

यह पहली बार नहीं है, जब विपक्षी गठबंधन यानी इंडिया गठबंधन के टारगेट पर सीएम योगी हैं। इससे पहले भी संजय राउत सीएम योगी पर निशाना साध चुके हैं। उन्होंने कहा था कि सीएम योगी को यूपी में ही रहना चाहिए क्योंकि वहां की स्थिति ‘गंभीर’ है। दरअसल, इंडिया गठबंधन अब भाजपा के उसी हथियार से अटैक करने लगा है। आने वाले समय में भी इंडिया गठबंधन बीजेपी के हथियार से ही उसे पर अटैक करेगा। अब तक बीजेपी पर दूसरी पार्टियों में दरार पैदा करने का आरोप लगता रहा है, मगर अब इंडिया गठबंधन उसी के हथियार से बीजेपी को शिकार बना रहा है। सीएम योगी को लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं के बयान भाजपा में दरार पैदा करने की कोशिश ही हैं।