लॉकडाउन : अक्षय तृतीया पर नये तौर- तरीके अपनाने के बावजूद आभूषण बिक्री कम रहने का अनुमान


आभूषण उद्योग को इस बार अक्षय तृतीया पर बिक्री होने की उम्मीद नहीं है। अक्षय तृतीय इस साल ऐसे मौके पर पड़ी है जबकि कोरोना वायरस महामारी की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है। अक्षय तृतीया पर आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है। लेकिन सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि इस बार उन्हें बिक्री की कोई उम्मीद नहीं है।



आभूषण उद्योग को इस बार अक्षय तृतीया पर बिक्री होने की उम्मीद नहीं है। अक्षय तृतीय इस साल ऐसे मौके पर पड़ी है जबकि कोरोना वायरस महामारी की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है। अक्षय तृतीया पर आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है। लेकिन सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि इस बार उन्हें बिक्री की कोई उम्मीद नहीं है। हालांकि, कुछ खुदरा सर्राफा कारोबारी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नवोन्मेषी तरीके अपना रहे हैं।
खरीददारी में रह सकती है 97 से 98 फीसदी कमी 

अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद के चेयरमैन अनंत पद्मनाभन ने कहा, ‘‘इस बार अक्षय तृतीय लॉकडाउन 2.0 में पड़ा है। आभूषण दुकानें पूरी तरह बंद है। सिर्फ डिजिटल मंच से कुछ बिक्री की संभावना है।’’

उन्होंने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस बार अक्षय तृतीया पर बिक्री में 97 से 98 प्रतिशत की कमी रह सकती है।

उन्होंने कहा कि सर्राफा कारोबारियों ने ग्राहकों को डिजिटल खरीद के लिए आकर्षित करने को कई आकर्षक पेशकश की हैं। इनमें कीमतों को लॉक करना और सोने के स्वामित्व का प्रमाणपत्र देना शामिल है।
दिवाली में फिर आएगा मांग में उछाल ? 

पद्मनाभन ने कहा कि बंद हटने के बाद दुकानों पर बिक्री होगी। हमें उम्मीद है कि धीरे-धीरे उद्योग सामान्य स्थिति की ओर लौटेगा। हमें दिवाली पर बिक्री में उछाल आने की उम्मीद है।

पीएनजी ज्वेलर्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सौरभ गाडगिल ने कहा कि यह पहली बार है जबकि अक्षय तृतीय पर सोने की खरीद पूरी तरह आनलाइन हो रही है। उन्होंने कहा कि अभी आभूषणों की डिलिवरी संभव नहीं है इसलिए जौहरी ई-वाउचर्स, ई-सर्टिफिकेट आदि की पेशकश कर रहे हैं।
कारोबारी दे रहे हैं ग्राहकों को स्वामित्व का प्रमाण पत्र 

सोना अभी 48,000 रुपये प्रति दस ग्राम पर है। आयात के अभाव में बंद हटने के बाद इसमें और उछाल आएगा। ऐसे में जौहरी कीमत को एक निश्चित मूल्य पर ‘लॉक’ करने की पेशकश कर रहे हैं।

कल्याण ज्वेलर्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक टी एस कल्याणरमन ने कहा कि इस साल की बिक्री की तुलना पिछले वर्षों से नहीं हो सकती। इस बार कंपनी ने अक्षय तृतीय पर कोई अभियान भी नहीं चलाया है।

उन्होंने कहा कि पिछले 25 बरसों से अक्षय तृतीया पर ग्राहक शोरूम में आकर सोना खरीदना पसंद करते रहे हैं। लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से सर्राफा कारोबारी ग्राहकों को सोने के स्वामित्व का प्रमाणपत्र दे रहे हैं।

मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ने अक्षय तृतीया के अवसर पर सोशल मीडिया पर ‘हैशटैग प्रोमाइजटूप्रोटेक्ट’ अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत ग्राहकों को सोने की कीमतों और सोने की सुरक्षा का वादा किया गया है।

सोशल मीडिया और गूगल नेटवर्क पर प्रोत्साहित किए जा रहे, इस अभियान में गोल्ड ज्वैलरी के शुल्क में 30 प्रतिशत की छूट प्रदान की गई है। इसके साथ ही हीरे के मूल्य पर 20 प्रतिशत तक की छूट और एसबीआई क्रेडिट कार्ड्स पर 15,000 रुपए से अधिक की खरीद पर 5 प्रतिशत कैशबैक भी दिया जा रहा है।

मालाबार समूह के चेयरमैन एम. पी. अहमद ने कहा कि 26 अप्रैल, 2020 तक, ग्राहक ऑनलाइन सोना बुक करके, अक्षय तृतीया पेशकश का आनंद ले सकते हैं। लॉकडाउन समाप्त होने पर अपने निकटतम मालाबार गोल्ड एंड डायमंड स्टोर्स पर जा कर अपनी ज्वैलरी की डिलीवरी ले सकते हैं। ‘‘जो लोग इस समय के दौरान एक सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए सोना सही मौका प्रदान करता है।’’