राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं शामिल होंगे लालकृष्ण आडवाणी


राम मंदिर का निर्माण और प्रबंधन कर रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया, ‘प्रधानमंत्री मंदिर निर्माण से जुड़े ‘श्रमजीवियों’ के साथ भी बातचीत करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी कुबेर टीला भी जाएंगे, जहां एक प्राचीन शिव मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है।


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नई दिल्ली। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी शामिल नहीं होंगे। सूत्रों ने बताया कि उनके राम मंदिर समारोह में शामिल होने की संभावना न के बराबर है। माना जा रहा है कि ठंड की वजह से एलके आडवाणी ने अपनी अयोध्या यात्रा रद्द की है। इससे पहले खबर थी कि एलके आडवाणी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे।

बता दें कि श्रीराम की नगरी अयोध्या नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए पूरी तरह तैयार है और इस बहु-प्रतीक्षित समारोह के धार्मिक अनुष्ठानों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। भगवान राम के बाल रूप रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ में देश के प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधियों, विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों सहित सभी क्षेत्रों के प्रमुख लोग शामिल होंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अनुसार इसके दोपहर एक बजे तक सम्पन्न होने की उम्मीद है। इसके बाद प्रधानमंत्री एक सभा को संबोधित करेंगे।

राम मंदिर का निर्माण और प्रबंधन कर रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया, ‘प्रधानमंत्री मंदिर निर्माण से जुड़े ‘श्रमजीवियों’ के साथ भी बातचीत करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी कुबेर टीला भी जाएंगे, जहां एक प्राचीन शिव मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है। वह वहां पूजा करेंगे। मैसूर के अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई रामलला की नई 51 इंच की मूर्ति को पिछले बृहस्पतिवार को मंदिर के गर्भगृह में रखा गया था।

मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से और निकास दक्षिण दिशा से होगा। मंदिर तीन मंजिला होगा। मुख्य मंदिर तक पहुँचने के लिए श्रद्धालु पूर्वी दिशा से 32 सीढ़ियाँ चढ़ेंगे। पारंपरिक नागर शैली में निर्मित मंदिर परिसर 380 फीट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा। मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची होगी और इसमें 392 खंभे और 44 द्वार होंगे।

राम मंदिर को फूलों और विशेष रोशनी से सजाया गया है और पूरा शहर धार्मिक उत्साह से सराबोर है। उपरिगामी सेतु (फ्लाईओवर) पर स्ट्रीटलाइट्स को भगवान राम की कलाकृतियों के साथ-साथ धनुष और तीर के कटआउट से सजाया गया है और सजावटी लैंपपोस्ट पारंपरिक ‘रामानंदी तिलक’ पर आधारित डिजाइन वाले हैं। अयोध्या में जगह-जगह रामलीलाएं, भागवत कथाएं, भजन संध्याएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहे हैं।

अयोध्या को फूलों से सजाया गया है। रविवार को लाउडस्पीकर पर ‘राम धुन’ बजाई गई और शहरवासी भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान के रूप में सजे हुए सड़कों पर निकले और उनके पीछे-पीछे मंत्रमुग्ध भक्त भी शामिल हुए। पुष्पों की सजावट और रोशनी में ‘जय श्री राम’ का चित्रण करने वाले औपचारिक द्वार शहर की आभा को बढ़ा रहे हैं।