लिंगायत संत आत्महत्या मामले ने लिया सियासी मोड़, पुलिस ने शुरू की जांच

कर्नाटक में पुलिस ने रामनगर जिले में एक 45 वर्षीय लिंगायत संत की आत्महत्या की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उसे एक स्थानीय राजनेता द्वारा परेशान किया जा रहा था।

रामनगर, (कर्नाटक)। कर्नाटक में पुलिस ने रामनगर जिले में एक 45 वर्षीय लिंगायत संत की आत्महत्या की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उसे एक स्थानीय राजनेता द्वारा परेशान किया जा रहा था।

बसवलिंग श्री ने सोमवार को कुंचुगल बंदे मठ के परिसर में आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि संत ने आत्महत्या करने से पहले तीन घंटे तक राजनेता से फोन पर बात की थी।

तीन पन्नों का एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है। संत कचरा माफिया के खिलाफ आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल था। उसने कई सरकार विरोधी प्रदर्शनों में भाग लिया था। कथित ऑडियो और वीडियो क्लिप द्वारा संत को ब्लैकमेल किए जाने की भी चर्चा है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि राजनीतिक नेता को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। संत ने गरीब बच्चों के लिए कई शिक्षण संस्थान, साथ ही छात्रों के लिए एक छात्रावास का निर्माण किया था। जद (एस) नेता और पूर्व विधायक एच.सी. बालकृष्ण ने मंगलवार को कहा कि संत ने क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है।

First Published on: October 25, 2022 6:08 PM
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