नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें संसद के बजट सत्र के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानि NDA के एजेंडे पर चर्चा के लिए शनिवार को होने वाली सत्तारूढ़ गठबंधन की बैठक में आमंत्रित किया गया है।
लोजपा सूत्रों ने बताया कि पासवान को बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है, लेकिन वह स्वास्थ्य संबंधी कारणों से इसमें शामिल नहीं होगे। उन्होंने बताया कि वह सर्वदलीय बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे।
लोजपा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरोध में राज्य में राजग से अलग होकर अकेले राज्य विधानसभा चुनाव लड़ा था। इस घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी का पासवान को गठबंधन की बैठक के लिए आमंत्रित करना महत्व रखता है।
लोजपा बिहार चुनाव में केवल एक सीट जीत पाई थी, लेकिन उसने जदयू को काफी नुकसान पहुंचाया था। जदयू की सीटों की संख्या 71 से गिरकर 43 रह गई थी, जिसके कारण कुमार की पार्टी ने पासवान की आलोचना की थी और इसके कुछ नेताओं ने सवाल किए थे कि क्या पासवान को केंद्र में राजग का अब भी हिस्सा बनाए रखना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक पासवान ने कई बार कहा है कि वह केंद्र में भाजपा के सहयोगी हैं। भगवा दल के वरिष्ठ नेताओं ने भी बिहार चुनाव में जद(यू) के खिलाफ उम्मीदवार खड़े करने के लिए पासवान की निंदा की थी। पासवान को बैठक के लिए आमंत्रित किया जाना इस बात का इशारा करता है कि अपने कुछ अहम सहयोगियों को खो चुकी भाजपा लोजपा को अपना सहयोगी समझती है।