नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को देशभर के लगभग 100 डॉक्टरों और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के सदस्यों के साथ वर्चुअल बातचीत की। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जहां अलर्ट पर रहना और मास्क पहनने सहित कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना महत्वपूर्ण है, वहीं एक इंफोडेमिक को रोकना और कोविड-19 पर केवल प्रामाणिक और सत्यापित जानकारी साझा करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कोविड की रोकथाम और प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी साझा करता रहा है। मैं सभी से केवल सत्यापित जानकारी तक पहुंचने और साझा करने का आग्रह करता हूं और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।”
मंत्री ने कहा, “आप कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई के दौरान हमारे अग्रदूत रहे हैं। मैं आपके योगदान को महत्व देता हूं और स्वास्थ्य पेशेवरों के निस्वार्थ समर्पण और सेवा को सलाम करता हूं। मैं आपसे विभिन्न पर जनता को शिक्षित करके एक सूचनात्मक को रोकने के लिए हमारे भागीदार और अग्रदूत बनने का आग्रह करता हूं।”
कोविड-19 बीमारी के पहलुओं और इसकी रोकथाम और प्रबंधन के पहलुओं पर विश्वास जताते हुए उन्होंने कहा कि डॉक्टर इस लड़ाई में समर्पित रूप से काम करना जारी रखें, जैसा कि वे अब तक करते आ रहे हैं।
मंडाविया ने कोविड-19 डेटा की वर्तमान स्थिति, टीकाकरण कार्यक्रम और सरकारी प्रयासों के बारे में जागरूक करके नागरिकों में घबराहट को कम करने पर जोर दिया और आत्मसंतोष के प्रति आगाह किया। उन्होंने ‘टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण’ और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने और कमजोर सेहत वाले समूहों से एहतियाती खुराक लेने का आग्रह किया।
मंडाविया ने मंगलवार को होने वाली मॉक ड्रिल के बारे में डॉक्टरों को सूचित करते हुए जोर देकर कहा, “इस महामारी के प्रबंधन के अपने पिछले अनुभव के आधार पर हम कई अभ्यास कर रहे हैं, ऐसा ही एक मॉक ड्रिल है जो कल देशभर में होगा। इस तरह के अभ्यास से हमारी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली मजबूत होगी।”