नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय टेलीमेडिसीन पहल ई-संजीवनी के तहत आठ लाख चिकित्सकीय परामर्श दिए जा चुके हैं।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ई-संजीवनी और ई-संजीवनी ओपीडी मंच के जरिए 10 राज्यों से सबसे ज्यादा परामर्श लिए गए। इनमें तमिलनाडु (2,59,904), उत्तरप्रदेश (2,19,715), केरल (58,000), हिमाचल प्रदेश (46,647), मध्यप्रदेश (43,045), गुजरात (41,765), आंध्रप्रदेश (35,217), उत्तराखंड (26,819), कर्नाटक (23,008) और महाराष्ट्र (9,741) हैं।
बयान में कहा गया कि ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन सेवा के दोनों प्रारूपों में मरीजों और डॉक्टरों की भागीदारी बढ़ी है ।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नवंबर 2019 में ई-संजीवनी एबी-एचडब्ल्यूसी की शुरुआत की थी और दिसंबर 2022 तक इसे आयुष्मान भारत योजना के तहत 1,55,000 स्वास्थ्य और देखभाल केंद्रों पर लागू किया जाएगा।
बयान में कहा गया, ‘‘ई-संजीवनी एबी-एचडब्ल्यूसी 4700 से ज्यादा स्वास्थ्य और देखभाल केंद्रों पर चलाया जा रहा है और 17,000 से ज्यादा डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी इसके जरिए प्रशिक्षित किए गए हैं। इस महत्वाकांक्षी पहल के दूसरे प्रारूप ई-संजीवनी ओपीडी को पहले लॉकडाउन के दौरान 13 अप्रैल 2020 को शुरू किया गया जब कोविड-19 के कारण देश भर में ओपीडी सेवाएं बंद थी। ’’’
मंत्रालय ने कहा कि ई-संजीवनी पहल का उन लोगों को अच्छा फायदा हुआ है जहां ओपीडी सेवाएं लेने के लिए समय और खर्च संबंधी दिक्कतें हैं।