श्रीनगर। पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने दावा किया है कि पिछले वर्ष दिसंबर में यहां के पारिमपोरा इलाके में मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों में से एक अतहर मुश्ताक के परिजन से मिलने जाने से पहले उन्हें नजरबंद कर दिया गया है। इसके साथ ही मुफ्ती ने यहां के गुपकार इलाके में अपने आवास ‘फेयरव्यू’ पर अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ बातचीत का एक वीडियो भी पोस्ट किया।
महबूबा ने ट्वीट किया, ‘‘कथित मुठभेड़ में मारे गए अतहर मुश्ताक के परिवार से मिलने जाने से पहले नजरबंद कर दिया गया। बेटे का शव मांगने पर उसके पिता के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया। क्या भारत सरकार कश्मीर आने वाले यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल को ये सामान्य हालात दिखाना चाहती है।’’
Placed under house arrest as usual for trying to visit the family of Athar Mushtaq killed allegedly in a fake encounter. His father was booked under UAPA for demanding his dead body. This the normalcy GOI wants to showcase to the EU delegation visiting Kashmir. pic.twitter.com/xFkcqTGQyV
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 13, 2021
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘कश्मीर में दमन और आतंक के राज के इस कड़े सत्य को भारत सरकार देश से छुपाना चाहती है। 16 वर्षीय एक युवक को मारा जाता है और उसके बाद उसे आनन-फानन में दफना दिया जाता है और उसके परिवार को अंतिम संस्कार के अधिकार से वंचित किया जाता है।’’
मुफ्ती ने जो वीडियो पोस्ट किया है उसमें वह सुरक्षा अधिकारियों से पूछती नजर आ रही हैं कि उन्हें पुलवामा जाने से रोका क्यों जा रहा है, इस पर वे कहते हैं, ‘‘सुरक्षा संबंधी दिक्कतें हैं।’’ अधिकारियों से कहा, ‘‘मुझे जाने क्यों नहीं दिया जा रहा है? क्या मैं कोई कैदी हूं या अपराधी हूं? मुझे वह आदेश ,वह धारा दिखाइए जिसके तहत मुझे हिरासत में लिया गया है।’’
यूरोपीय संघ के एक प्रतिनिधिमंडल की आगामी यात्रा का जिक्र करते हुए उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सुरक्षा बल जब यहां लोगों को सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं तो वे उन्हें कैसे सुरक्षा देंगे। वीडियो में मुफ्ती कहती नजर आ रही हैं, जब आप मुझे सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं, तो आप प्रतिनिधिमंडल को सुरक्षा कैसे देंगे? मुझे बिना किसी सुरक्षा के वहां जाने दीजिए। आप मेरे घर के दरवाजे हमेशा बंद नहीं कर सकते।