नई दिल्ली। राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने कहा, “9 मार्च को जो मिसाइल गलती से फायर हुई उसके लिए खेद है। सरकार ने इस घटना को बहुत ही गंभीरता से लिया है। इसके लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच के बाद ही सही कारणों का पता चल पाएगा। मैं ये भी कहना चाहूँगा कि इस घटना के संबंध में रख-रखाव प्रणाली को भी जांच रहे हैं। मैं सदन को आश्वासन देना चाहता हूँ कि हमारे सभी मिसाल और वीपन सुरक्षित तरीके से रखे गए हैं। रक्षा मंत्री ने ये भी कहा ‘हम आगे भी इसकी सुरक्षा और सही तरीके से रख-रखाव को लेकर आश्वस्त करते हैं।’
रक्षा मंत्री सिंह ने दुर्घटनावश मिसाइल दागे जाने की घटना पर राज्यसभा में दिए गए एक बयान में कहा कि भारत अपनी शस्त्र प्रणाली की सुरक्षा और संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
उन्होंने कहा कि भारत की सुरक्षा संबंधी प्रक्रियाएं और मानक अत्यंत उच्च स्तरीय हैं और उसके सशस्त्र बल बेहतरीन और पूरी तरह से प्रशिक्षित तथा अनुशासित हैं।
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि दुर्घटनावश मिसाइल दागे जाने की घटना की जांच के बाद अगर किसी तरह की खामी का पता चलता है तो सरकार उसे दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि देश की मिसाइल प्रणाली अत्यंत सुरक्षित है।
पाकिस्तान की क्या थी प्रतिक्रिया
भारत के द्वारा गलती से मिसाइल दागे जाने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान अपने पंजाब प्रांत में भारतीय मिसाइल के गिरने पर भारत को जवाब देने में सक्षम था, लेकिन हमने संयम दिखाया। आपको बता दें कि गत नौ मार्च को एक हथियार रहित भारतीय सुपरसोनिक मिसाइल पाकिस्तानी क्षेत्र में चली गई थी। इस मिसाइल के लाहौर से 275 किलोमीटर दूर मियां चन्नू के पास एक कोल्ड स्टोर पर गिरा था।
वहीं, इस मामले पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि हवाओं के बीच अचानक से इस मिसाइल ने अपनी दिशा बदली होगी। ये मिसाइल हरियाणा के सिरसा से लॉन्च की गई थी। इसके बाद यह सूरतगढ़ के रास्ते से पाकिस्तान में शाम करीब 6.43 बजे दाखिल हुई थी। इसके बाद ये मिसाइल कुछ ही मिनटों में मिया चुन्नू शहर के पास गिर गई।