तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रवार को दूसरा दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ मुलाकात की। दोनों की बैठक में दोनों देशों के रिश्तों, कोरोना समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने जो बाइडेन से कहा कि यह दशक भारत और अमेरिका के लिए काफी अहम होने वाला है। अमेरिकी राष्ट्रपति का विजन काफी प्रेरक है। राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार बाइडेन की आमने-सामने मुलाकात पीएम मोदी से हुई है। वहीं, कुछ देर बाद ही वॉशिंगटन में पीएम मोदी अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं से क्वाड की बैठक में मुलाकात करेंगे। मार्च महीने में वर्चुअल तरीके से क्वाड के शीर्ष नेताओं की बैठक हो चुकी है। पीएम मोदी ने दौरे के पहले दिन पांच कंपनियों के सीईओज, ऑस्ट्रेलिया और जापान के प्रधानमंत्री के साथ-साथ अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस से भी मुलाकात की थी।
Had an outstanding meeting with @POTUS @JoeBiden. His leadership on critical global issues is commendable. We discussed how India and USA will further scale-up cooperation in different spheres and work together to overcome key challenges like COVID-19 and climate change. pic.twitter.com/nnSVE5OSdL
— Narendra Modi (@narendramodi) September 24, 2021
पीएम ने गर्मजोशी से स्वागत के लिए बाइडन का आभार जताया
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बाइडन की ओर से गर्मजोशी से स्वागत किए जाने पर आभार जताया। मोदी ने कहा, “मेरे डेलिगेशन का इस तरह स्वागत करने के लिए धन्यवाद। पहले भी मुझे 2014 और 2016 में आपके साथ चर्चा करने का मौका मिला और उस समय आपने जिस तरह भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय रिश्तों के लिए अपना जो नजरिया साझा किया, उसके लिए मैं आपका शुक्रिया अदा करता हूं। आज आप भारत-अमेरिका के रिश्तों में की गई पहलों को लागू कर रहे हैं।”
‘भारत की प्रतिभाएं अमेरिका की विकास यात्रा में सहभागी हों, इसके लिए आपका योगदान अहम’
मैं देख रहा हूं कि यह दशक आपके नेतृत्व में जो बीज हम बोएंगे। यह पूरा दशक भारत, अमेरिका के संबंधों में, विश्व के लोकतांत्रिक देशों के लिए बदलाव वाला कालखंड रहेगा। मैं देख रहा हूं कि लोकतांत्रिक परंपराओं और मूल्यों को लेकर जो हम जी रहे हैं और जिसके प्रति हम समर्पित हैं, उस परंपरा का अपना महात्मय और अधिक बढ़ेगा। उसी प्रकार से आपने उल्लेख किया कि 40 लाख से ज्यादा भारतीय अमेरिका की विकास यात्रा में सहभागी है। इस दशक में टैलेंट का एक अपना महत्व है। पीपुल टू पीपुल ये टैलेंट इस दशक में बेहद प्रभावी भूमिका अदा करेगा। भारत के टैलेंट अमेरिका के विकास यात्रा में पूरी तरह सहभागी होती चली जाए, उसमें आपका योगदान काफी अहम है। इस दशक में भारत और अमेरिका के रिश्तों में तकनीक और वो भी पूरी मानवता के लिए उपयोगी हो, उस दिशा में हम टेक्नोलॉजी के माध्यम से बहुत बड़ी सेवा कर सकते हैं।
”व्यापार में अमेरिका और भारत एक-दूसरे के पूरक’
मोदी ने आगे कहा, “उसी प्रकार से भारत और अमेरिका के बीच व्यापार का अपना महत्व है और इस दशक में व्यापार के क्षेत्र में हम एक दूसरे के पूरक हो सकते हैं। बहुत सी चीजें जो अमेरिका के पास हैं, वो भारत के काम आ सकती हैं, और जो चीजें भारत के पास हैं, वो अमेरिका के काम आ सकती हैं।”
‘भारत, अमेरिका एक-दूसरे और साथ में पूरी दुनिया के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं’
मोदी ने आगे कहा, “राष्ट्रपति जी कुछ विषयों का आपने उल्लेख किया। यह भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। आपने पदभार संभालने के बाद चाहे कोरोना हो, क्लाइमेट हो या क्वाड हो, सभी में एक जरूरी पहल की है। यह जो आपकी पहल है, ये आने वाले दिनों में बड़ा प्रभाव पैदा करेगी। मुझे विश्वास है कि आज की हमारी बातचीत में भी इन विषयों पर विस्तार से विचार-विमर्श कर के हम कैसे साथ चल सकते हैं। हम एक-दूसरे के लिए भी और दोनों मिलकर दुनिया के लिए भी क्या कुछ सकारात्मक कर सकते हैं। मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में आज की चर्चा बहुत सार्थक रहेगी।”
मोदी ने व्हाइट हाउस में रूजावेल्ट रूम की विजिटर्स बुक पर किए हस्ताक्षर
मोदी ने मीडिया के सामने बातचीत के बाद व्हाइट हाउस के रूजावेल्ट रूम की विजिटर्स बुक पर भी हस्ताक्षर किए। विदेश मंत्रालय ने इसका एक फोटो भी ट्वीट किया।
Prime Minister @narendramodi signs the visitor book in the Roosevelt Room of the White House. Registering the spirit of 🇮🇳 🇺🇸 friendship in ink. pic.twitter.com/E2revXyrUK
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) September 24, 2021
बता दें कि पीएम का काफिला भारतीय समयानुसार ठीक रात 8.33 पर अमेरिकी राष्ट्रपति भवन पहुंचा। दोनों ही नेता आज साझा हित के कई मूल्यों पर चर्चा करेंगे। व्हाइट हाउस ने इससे पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि दोनों नेताओं के बीच कोरोनावायरस, वैक्सीन उत्पादन से लेकर इंडो-पैसिफिक, आतंकवाद और अफगानिस्तान के मुद्दे पर बात होगी।
बताया गया है कि प्रधानमंत्री को रिसीव करने के लिए व्हाइट हाउस के वेस्ट विंग में व्हाइट हाउस के कार्यकारी प्रोटोकॉल प्रमुख मौजूद रहे। दोनों के बीच ओवल ऑफिस में करीब एक घंटे तक बैठक चलने का अनुमान है।