
वाशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया और पारस्परिक एवं वैश्विक हित वाले मुद्दों पर चर्चा की।
Glimpses from the meeting between PM @narendramodi and @VP @KamalaHarris. pic.twitter.com/cc6wFTGe5s
— PMO India (@PMOIndia) September 23, 2021
दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है। इससे पहले हैरिस ने भारत में कोविड-19 संकट के दौरान मोदी से फोन पर बात की थी।
PM @narendramodi and @VP @KamalaHarris meet in Washington DC. pic.twitter.com/t8sYNA2ZGv
— PMO India (@PMOIndia) September 23, 2021
हैरिस ने भारत को अमेरिका का ‘बेहद अहम भागीदार’ करार दिया। साथ ही नयी दिल्ली की उस घोषणा का स्वागत किया जिसमें भारत ने जल्द ही कोविड-19 टीके का निर्यात फिर से शुरू करने की बात कही है।
देश में महामारी की दूसरी लहर आने के बाद इस साल अप्रैल में भारत ने कोविड टीकों के निर्यात को रोक दिया था। सोमवार को, भारत ने कहा कि वह ‘वैक्सीन मैत्री’ कार्यक्रम के तहत और कोवैक्स वैश्विक अभियान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए 2021 की चौथी तिमाही में जरूरत से अतिरिक्त टीकों का निर्यात फिर से शुरू करेगा।
व्हाइट हाउस में अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की और भारत व अमेरिका को प्राकृतिक साझेदार करार दिया।
मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास जताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नेतृत्व में द्विपक्षीय संबंध नयी ऊचांइयों पर पहुंचेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को भारत की यात्रा पर आमंत्रित भी किया। मोदी ने हैरिस से कहा, ‘आप विश्व के कई लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।’
बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया और पारस्परिक एवं वैश्विक हित वाले मुद्दों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने यूएस की उप-राष्ट्रपति हैरिस के साथ ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा, विश्व की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी डेमोक्रेसी के रूप में भारत और अमेरिका नेचुरल पार्टनर हैं। हमारे मूल्यों में समानता है। हमारा तालमेल और सहयोग भी निरंतर बढ़ता जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा, उस समय आप ने जिस तरह से आत्मीयता से भारत की चिंता की, जो सहायता के लिए कदम बढ़ाए उसके लिए मैं एक बार फिर आपका आभार व्यक्त करता हूं।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस ने हाल के वैश्विक और क्षेत्रीय विकास पर चर्चा की। उभरती हुई टेक्नोलॉजीज, स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यक्तिगत संबंधों के संबध में द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा की गई।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने आज अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस से पहली बार व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात की। उन्होंने हाल के वैश्विक और क्षेत्रीय विकास पर चर्चा की। कोविड और वैक्सीनेशन उनकी चर्चा का मुख्य हिस्सा रहा।
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी पहली मुलाकात में ‘‘स्वत: संज्ञान लेते हुए’’ आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका का जिक्र किया और कहा कि इस देश में कई आतंकवादी संगठन हैं। उन्होंने पाकिस्तान को इस संबंध में कार्रवाई करने को कहा ताकि इससे अमेरिका और भारत की सुरक्षा पर असर नहीं पड़े।
इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का फैसला किया और लोकतंत्र, अफगानिस्तान तथा हिंद-प्रशांत के लिए खतरों सहित साझा हित के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री मोदी के साथ हैरिस की मुलाकात के दौरान आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका का मुद्दा आया था, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब आतंकवाद का मुद्दा आया तो उपराष्ट्रपति ने इस संबंध में (आतंकवाद के) पाकिस्तान की भूमिका का उल्लेख किया।’’
श्रृंगला के मुताबिक हैरिस ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं। श्रृंगला ने कहा, ‘‘हैरिस ने पाकिस्तान से कार्रवाई करने को कहा ताकि इससे (आतंकवाद संगठनों से) अमेरिका और भारत की सुरक्षा पर कोई असर न पड़े। सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी से मिली जानकारी पर वह सहमत थीं। उन्होंने इस तथ्य को भी स्वीकारा कि भारत कई दशकों से आतंकवाद का पीड़ित रहा है और ऐसे आतंकवादी समूहों के लिए पाकिस्तान के समर्थन पर लगाम लगाने और बारीकी से निगरानी करने की आवश्यकता है।’’
हैरिस ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा करना दोनों देशों का दायित्व है और यह दोनों देशों के लोगों के सर्वोत्तम हित में है। उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि दुनिया भर के लोकतंत्र खतरे में हैं ऐसे में यह जरूरी है कि हम अपने-अपने देशों और दुनिया भर में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और संस्थानों की रक्षा करें और अपने-अपने देश में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए निश्चित ही प्रयास करें। जाहिर तौर पर लोकतंत्र की रक्षा करना हमारे देशों के नागरिकों के सर्वोत्तम हित में है।’’
दोनों नेताओं की मुलाकात शुक्रवार को व्हाइट हाउस में मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच पहली द्विपक्षीय बैठक और क्वाड सदस्य देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले हुई है।