नई दिल्ली। सशस्त्र बलों के 120 रिटायर अधिकारियों ने ‘मुस्लिम रेजिमेंट’ के बारे में सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे फर्जी पोस्ट को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर भ्रम फ़ैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जा रही है कि 1965 में पाकिस्तान के साथ लड़ाई के दौरान भारतीय सेना की मुस्लिम रेजीमेंट ने युद्ध करने से मना कर दिया था।
पूर्व सैन्य अधिकारियों लिखे पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी आह्वान किया गया है कि सरकार उन लोगों की जांच करे जिन्होंने ‘मुस्लिम रेजिमेंट’ संबंधी पोस्ट जारी किए और उनके खिलाफ निष्पक्ष एवं सख्त कार्रवाई की जाए।
सभी रिटायर सैन्य अधिकारी लक्ष्मीनारायण रामदास, लेफ्टिनेंट जनरल रामदास मोहन, लेफ्टिनेंट जनरल आरके नानावटी, लेफ्टिनेंट जनरल विजय ओबराय और अन्य ने कहा, ‘‘मुस्लिम रेजिमेंट संबंधी पोस्ट झूठा है क्योंकि न तो 1965 में या उसके बाद भारतीय सेना में इसका अस्तित्व रहा।