
एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। उसने महाराष्ट्र के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन का नाम घोषित किया है। भारतीय जनता पार्टी के अनुभवी नेताओं में से एक सीपी राधाकृष्णन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी सालों पहले जुड़ गए थे। वे मूल से तमिलनाडु के रहने वाले हैं और तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
राधाकृष्णन ने तमिलनाडु बीजेपी में काफी अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने दक्षिण भारत में पार्टी को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की है। वे 90 के दशक में काफी चमके थे। राधाकृष्णन काम के सिलसिले में कई देशों की यात्राएं कर चुके हैं। वे अमेरिका, ब्रिटेन ताइवान, पुर्तगाल और जर्मनी समेत कई देशों का दौरा कर चुके हैं।
एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से जुड़ी बड़ी बातें
एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु से हैं और पिछले साल जुलाई से महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं।
68 वर्षीय राधाकृष्णन ने कई और राज्यों के राज्यपाल भी रह चुके हैं। उन्होंने फरवरी 2023 से जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में काम किया। इसके अलावा, उन्होंने मार्च से जुलाई 2024 तक तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में भी अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाली।
2023 में झारखंड का राज्यपाल नियुक्त होने के बाद पहले चार महीनों के अंदर, राधाकृष्णन ने राज्य के सभी 24 जिलों का दौरा किया और आम लोगों से बातचीत की। उन्होंने जिला अधिकारियों के साथ भी बातचीत की।
सीनियर बीजेपी लीडर राधाकृष्णन ने दो बार कोयंबटूर से लोकसभा का चुनाव जीता। अहम बात यह भी है कि वे तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
राधाकृष्णन ने 2004 से 2007 तक तमिलनाडु बीजेपी प्रमुख की भूमिका निभाई। इस दौरान उन्होंने 19,000 किलोमीटर की 93 दिन की ‘रथ यात्रा’ की। यह यात्रा भारतीय नदियों को जोड़ने, आतंकवाद को खत्म करने, समान नागरिक संहिता लागू करने और ड्रग्स के खतरे से लड़ने की मांग को लेकर आयोजित की गई थी।
सीपी राधाकृष्णन का जन्म 1957 में तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ, उन्होंने कोयंबटूर के चिदंबरम कॉलेज से बीबीए की डिग्री हासिल की।
राधाकृष्णन कॉलेज में टेबल टेनिस के चैंपियन रह चुके हैं और अच्छे धावक भी रह चुके हैं। उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल खेलना भी पसंद था।
उनका राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से काफी पुराना कनेक्शन है। राधाकृष्णन 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिमी समिति के सदस्य बने।
वे कई देशों की यात्राएं कर चुके हैं, जिनमें ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, पुर्तगाल, नॉर्वे, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड, बेल्जियम, हॉलैंड, तुर्की, चीन, मलेशिया और सिंगापुर शामिल हैं।
राधाकृष्णन को 2016 में कोच्चि के कॉयर बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया था। वे इस पद पर चार सालों तक रहे। इस दौरान भारत से कॉयर निर्यात 2532 करोड़ रुपए तक पहुंच गया था।