बर्ड फ्लू से झारखंड-यूपी में पक्षियों के मौत के नए मामले, केंद्र ने जारी किया गाइड लाइन


10 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में एवियन इंफ्लुएंजा के मामलों के बीच झारखंड और यूपी में पक्षियों की मौत के नए मामले सामने आए हैं, वहीं केंद्र ने जांच पक्षियों को मारने के दौरान काम में आने वाले पीपीई किट को लेकर परामर्श जारी किया है।


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नई दिल्ली। देश के 10 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में एवियन इंफ्लुएंजा के मामलों के बीच झारखंड और यूपी में मंगलवार को पक्षियों की मौत के नए मामले सामने आए हैं, वहीं केंद्र ने जांच के दिशा निर्देश और पक्षियों को मारने के दौरान काम में आने वाले पीपीई किट को लेकर परामर्श जारी किया है।

उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों में देहरादून, ऋषिकेश, कोटद्वार आदि जगहों पर कौओं समेत करीब 300 पक्षी मृत पाए गए हैं और नमूनों के इंफ्लुएंजा से संक्रमित पाए जाने के बाद हाईअलर्ट जारी किया गया है, वहीं महाराष्ट्र में लातूर जिलों के कुछ हिस्सों में पक्षियों को मारने के आदेश दिये गए हैं।

सोमवार तक दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी हैं। मत्स्यिकी, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘12 जनवरी तक, राजस्थान के झुंझुनू जिले के एचसीएल- खेतड़ी नगर में मृत कौवों में एवियन इंफ्लूएंजा के अतिरिक्त मामलों की पुष्टि हुई। ’’

उत्तर प्रदेश के कानपुर चिड़ियाघर में मृत मिले जंगली मुर्गे में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है, वहीं हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में जगनोली और फतेहपुर गांव में मृत पाए गए कौओं में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में भी कुक्कुट के नमूनों में एच5एन1 की पुष्टि हुई है। भोपाल स्थित उच्च सुरक्षा पशु रोग के राष्ट्रीय संस्थान से मंगलवार को प्राप्त रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई।

बयान में कहा गया, पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने राज्यों को जांच नियमों को लेकर परामर्श जारी किया है और उन्हें उपयुक्त जैव सुरक्षित केंद्र सुनिश्चित कर जांच करने के लिए प्रोत्साहित किया है। मंत्रालय ने कहा कि राज्यों को पक्षियों को मारने के अभियान में इस्तेमाल होने वाले पीपीई किट और अन्य वस्तुओं का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित करने को कहा गया है।

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली सरकार के पशुपालन इकाई को 50 से ज्यादा पक्षियों के मरने की जानकारी एक हेल्पलाइन नंबर पर मिली है और शहर के विभिन्न हिस्सों के 18 नमूनों को एवियन फ्लू जांच के लिए भेजा गया है। अधिकारियों ने बताया कि अभी 100 नमूनों की रिपोर्ट नहीं आई है। कौओं और बतख में राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। इसके बाद शहर की सरकार शहर के बाहर से लाए गए प्रसंस्कृत और पैकेट बंद चिकन की ब्रिक्री पर रोक लगा दी।

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के पोंग बांध झील वन्यजीव अभयारण्य में 280 और विभिन्न प्रवासी पक्षियों के कंकाल बरामद किए हैं। इसके साथ ही अब तक राज्य में 4,637 प्रवासी पक्षियों की मौत हो चुकी है। वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में 626 पक्षियों की मौत के साथ ही अब तक 3,947 पक्षियों की मौत हो चुकी है।

झारखंड में अधिकारियों ने बताया कि दुमका जिले के एक गांव में बड़ी संख्या में कौए, मैना और बगुला मृत पाए गए। जिला पशुपालन अधिकारी अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि पोखरिया गांव में 40 से 50 पक्षी मृत पाए गए। नमूने लेकर उन्हें जांच के लिये रांची भेजा गया है। जांच के बाद साफ हो पाएगा कि मौत का कारण बर्डफ्लू है या कुछ और।

सिंह ने कहा कि मृत पक्षियों को पूरी सावधानी के साथ दफना दिया गया है और लोगों से ऐसी घटनाओं को लेकर सतर्क रहने को कहा गया है। महाराष्ट्र के लातूर जिले में प्रशासन ने केंद्रवाडी और सुकनी गांवों से लिये गये नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो जाने के बाद वहां पक्षियों को मारने का आदेश दिया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

लातूर के जिलाधिकारी पृथ्वीराज बीपी ने आदेश दिया कि केंद्रवाडी और सुकनी में जहां एवियन इंफ्लूएंजा से ग्रस्त पक्षी पाये गये, उसके एक किलोमीटर के दायरे में सारे पंछी मार दिये जाएं। सोमवार तक केंद्रवाडी में कम से कम 225, उदगीर तालुका के सुकनी में 12 और वंजारवाडी में चार मुर्गियां मर गयीं।

महाराष्ट्र के पशुपालन मंत्री सुनील केदार ने मंगलवार को कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए शीघ्र ही कदम उठायेगी कि कुक्कुट पालन में लगे असंगठित लोगों को बीमा का लाभ मिले। मंत्री ने संवाददाताओं से यह भी कहा कि राज्य सरकार के आगामी बजट में इस बारे में विशेष उल्लेख होगा।

वहीं, उत्तर प्रदेश में कानपुर चिड़ियाघर में मृत मिले जंगली मुर्गे में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद बुंदेलखंड के हमीरपुर, चित्रकूट और बांदा जिलों का प्रशासन बेहद सतर्क हो गया है। पिछले 24 घंटे में 51 कौए और नौ कबूतरों समेत 74 पक्षियों की मौत हुई है। जांच के लिए नमूने भेजे गए हैं।

हमीरपुर जिले के भरुआ सुमेरपुर रेलवे स्टेशन के नजदीक पेड़ों के नीचे सोमवार को कुछ बगुले और कौए संदिग्ध परिस्थिति में मृत पाए गए, जिन्हें पोस्टमॉर्टम के बाद पशु चिकित्सा अधिकरियों ने जला दिया। जिला पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. पंकज सचान ने मंगलवार को बताया कि मृत पाए गए बगुले और कौओं में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं पाए गए, उनकी मौत अत्यधिक ठंड लगने से हुई है। फिर भी नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।

उन्होंने बताया कि जिले के पोल्ट्री फॉर्मों से मुर्गियों के सीरम नमूने लेकर बरेली स्थित भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) में जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। इसके अलावा, लोगों से कहा गया है कि वे कम से कम 70 डिग्री के तापमान में पकाकर मांस और अंडे खाएं, क्योंकि इस तापमान में बर्ड फ्लू के वायरस मर जाते हैं।

उत्तराखंड में मृत मिले दो कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद प्रदेश भर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। अधिकारियों ने इसकी सूचना दी। उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में ज्यादातर कौए समेत 300 पक्षी मृत मिले हैं। वन अधिकारियों ने मंगलवार को यहां बताया कि भोपाल के प्रयोगशाला में भेजे गए दो मृत कौओं के नमूनों के परीक्षण में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।

राज्य की पशुपालन मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद पूरे उत्तराखंड में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। तेलंगाना के पशुपालन मंत्री टी श्रीनिवास यादव ने बताया कि राज्य में बर्ड फ्लू नहीं है और इसके रोकथाम के लिए कई कदम उठाए गए हैं। मुर्गे का मांस और अंडे खाने में कोई नुकसान नहीं है।



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