
अयोध्या। अयोध्या में राम के मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन को लेकर तैयारियां जोरो पर है। अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह की अगुवाई में अयोध्या न्यास बड़े आयोजन की तैयारी में है। न्यास राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के 84 कोस में सभी ऋषि, मुनियों की तपस्थलियों पर दो दिनों तक भव्य आयोजन करेगा। न्यास ने ऐसे 151 तीर्थ स्थलों को चिन्हित किया है। इन स्थानों पर जप व अनुष्ठान होगा। न्यास के मुताबिक, इन स्थानों पर राम चरितमानस, दुर्गा सप्तशती और विष्णु सहस्रनाम का पाठ होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या पहुंचने के साथ ही इन 151 स्थलों पर वैदिक मंत्रोच्चार गूंजने लगेंगे। 84 कोस में स्थित तीर्थ क्षेत्र के लोग अनु्ष्ठान की पूर्णाहुति में शामिल होंगे। यह तीर्थ क्षेत्र अयोध्या सहित चार जिलों में फैला हुआ है। अनुष्ठान इन चिन्हित स्थलों के साथ अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर भी आयोजित होंगे।
वहीं राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के 84 कोस में अयोध्या जिले के महबूबगंज स्थित ऋषि ऋंगी आश्रम, नंदीग्राम भरतकुंड, आस्तीक ऋषि आश्रम आस्तीकन, जन्मेजय कुंड सिड़सिड़, च्यवन ऋषि आश्रम राजापुरवा, रमणक ऋषि पंडितपुर, माण्डव्य ऋषि आश्रम बसौढ़ी, गौतम ऋषि रुदौली, मां कामख्या भवानी मंदिर सुनबा, गोंडा जिले के वाराह (सूकर क्षेत्र), संत तुलसी दास की जन्मस्थली राजापुर, ऋषि जमदग्नि जमथा, ऋषि अष्टावक्र, रामघाट, ऋषि पाराशर परास गांव, कपिल मुनि आश्रम महंगूपुर, वाराही देवी रगडग़ंज, बस्ती जिले में पुत्रेष्टि यज्ञ स्थल मखभूमि मखौड़ा, रामरेखा, छावनी सहित इन सभी स्थलों पर अनुष्ठानों का आयोजन चार अगस्त को प्रारंभ होगा। पांच अगस्त को सुबह जप और पाठ के बाद साधक, श्रद्धालु हवन में आहुतियां डालेंगे। इसके समापन पर श्रद्धालुओं में सवा लाख पैकेट प्रसाद का वितरण किया जाएगा। बता दें कि अयोध्या न्यास की ओर से साल 2014 से इन स्थलों को नए सिरे से चिन्हित किया गया। इसी आधार पर दिल्ली में अयोध्या पर्व का आयोजन हुआ था।