
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विश्व हाथी दिवस पर इस वन्य जीव के संरक्षण में लगे लोगों की सराहना की और हाथियों के संरक्षण के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने कहा कि भारत में एशियाई हाथियों की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी रहती है और पिछले आठ सालों में हाथी अभयारण्यों की संख्या में इजाफा हुआ है।
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘विश्व हाथी दिवस पर हाथियों के संरक्षण की प्रतिबद्धता को दोहराता हूं। आपको यह जानकर खुशी होगी कि भारत में एशियाई हाथियों की 60 प्रतिशत आबादी रहती है। पिछले आठ सालों में हाथी अभयारण्यों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। हाथियों के संरक्षण में शामिल लोगों की भी मैं सराहना करता हूं।’’
On #WorldElephantDay, reiterating our commitment to protect the elephant. You would be happy to know that India houses about 60% of all Asian elephants. The number of elephant reserves has risen in the last 8 years. I also laud all those involved in protecting elephants. pic.twitter.com/E1BnabkWUz
— Narendra Modi (@narendramodi) August 12, 2022
प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि हाथियों के संरक्षण की सफलता को भारत में मानव और पशुओं के बीच टकराव को कम करने और पर्यावरणीय चेतना को आगे बढ़ाने के लिए स्थानीय समुदायों और उनके पारंपरिक ज्ञान के मिश्रण से किए जा रहे वृहद प्रयासों के नजरिए से अवश्य देखा जाना चाहिए।
मालूम हो कि हर साल 12 अगस्त को मनाया जाने वाला विश्व हाथी दिवस एक अंतर्राष्ट्रीय वार्षिक कार्यक्रम है, जो दुनिया भर के हाथियों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए समर्पित है।
विश्व हाथी दिवस का लक्ष्य हाथी संरक्षण पर लोगों में जागरूकता पैदा करना और जंगली तथा पालतू हाथियों के बेहतर संरक्षण और प्रबंधन के लिए जानकारी और सकारात्मक समाधानों को साझा करना है।
एशियाई हाथियों को संकटग्रस्त प्रजातियों की आईयूसीएन की रेड लिस्ट में ‘विलुप्तप्राय’ प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। ऐसा भारत को छोड़कर अधिकांश हाथी वाले देशों के संदर्भ में किया गया है, जहां हाथियों के अनुकूल निवास स्थान की कमी और उनके अवैध शिकार के कारण उनकी संख्या में काफी कमी आई है।
एक अनुमान के अनुसार, दुनिया में लगभग 50,000 से 60,000 एशियाई हाथी हैं। भारत में उन हाथियों की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी रहती है।