तिरुवनंतपुरम। तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य शशि थरूर ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की अभी घोषणा नहीं की है, लेकिन पार्टी में उनके सहयोगियों, विशेष रूप से के. मुरलीधरन ने कहा है कि अगर वो ऐसा करते हैं तो नेहरू परिवार का समर्थन पाने वाले उम्मीदवार को ही केरल में कांग्रेस पार्टी समर्थन देगी। के. करुणाकरण के बेटे मुरलीधरन ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि केवल नेहरू परिवार से समर्थित उम्मीदवार को ही केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) का समर्थन मिलेगा।
मुरलीधरन ने कहा, एक्स या वाई — इस महीने की 30 तारीख के बाद पता चलेगा।
मुरलीधरन राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा में भाग लेने में व्यस्त हैं।
थरूर के लोकसभा सहयोगियों में से एक, कोडिकुन्निल सुरेश ने भी मंगलवार को कहा कि जो नेहरू परिवार का उम्मीदवार होगा, उसे यहां मंजूरी मिलेगी।
थरूर ने सोमवार को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ एक घंटे तक बैठक की। सूत्रों के अनुसार, थरूर को चुनाव लड़ने की अनुमति मिल गई है।
हालांकि केरल में राहुल गांधी के समर्थन में ज्यादा लोग हैं। थरूर ने खुद कहा है कि अगर राहुल चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो वह पीछे हट जाएंगे।
इससे साफ है कि आने वाले समय में थरूर को अपने गृह राज्य से मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। अब सभी की निगाहें प्रदेश पार्टी अध्यक्ष के. सुधाकरन पर टिकी हैं, जो लोकसभा में थरूर के एक अन्य सहयोगी हैं।
शीर्ष पद पर नामांकन दाखिल करने के लिए 10 दिन और बचे हैं, और अगर राहुल गांधी अपना नामांकन दाखिल नहीं करते हैं, तो थरूर को अपना नामांकन दाखिल करते हुए देखा जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो यह थरूर की परीक्षा होगी कि वह अपनी पार्टी में कितने लोकप्रिय हैं।