70 देशों से आये जमात कार्यकर्ताओं को तत्काल पृथक करने और वापस भेजने के आदेश


केंद्र ने
सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे भारत में मौजूद तबलीगी
जमात के करीब 2,000 विदेशी कार्यकर्ताओं का तत्काल पता लगाए और उन्हें पृथक
करें।



केंद्र ने सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे भारत में मौजूद तबलीगी जमात के करीब  2,000 विदेशी कार्यकर्ताओं का तत्काल पता लगाए और उन्हें पृथक करें। केंद्र ने मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुखों को लिखा पत्र तबलीगी जमात के मुख्यालय मरकज निजामुद्दीन में आयोजित हुए कार्यक्रम में भाग लेने वालों में से कई लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने और छह लोगों की संक्रमण के कारण तेलंगाना में मौत हो जाने के बाद केंद्र ने राज्यों से यह बात कही।  इस संबंध में गृह मंत्रालय ने सभी मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुखों को पत्र लिखकर कहा है कि वे उन सभी विदेशी जमात अनुयायियों को जो संक्रमित नहीं है उनको ‘‘पहली उपलब्ध उड़ान से’’ उनके देश भेजें।
70 से अधिक देशों के 2000 हो सकतो हैं जमात कार्यकर्ता
गृह मंत्रालय ने पत्र में कहा है कि इस समय तबलीग कार्य के लिए पर्यटन वीजा पर आए 70 से अधिक देशों के करीब 2000 विदेशियों के देशभर में फैले होने का अनुमान है। इनमें से अधिकतर विदेशी नागरिक है जिनमें बांग्लादेश के 493, इंडोनेशिया के 472, मलेशिया के 150 और थाईलैंड के 142 हैं। इनके देश में उनके रहने की अवधि छह माह तक है। मंत्रालय ने 28 मार्च को सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा है कि कुछ तबलीगी जमात सदस्यों के दिल्ली के निजामुद्दीन में बंगले वाली मस्जिद स्थित उसके मुख्यालय में ठहरने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उसने कहा कि देश के अंदरूनी हिस्सों में घूमने वाले जमात दल कोविड-19 के संभावित वाहक प्रतीत होते हैं। मंत्रालय ने सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से तबलीग टीम के हर विदेशी नागरिक की पूरी जांच करने और आवश्यकता पड़ने पर उसे अलग रखने या अस्तपाल में भर्ती कराने की सलाह दी है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि यदि विदेशी नागरिक संक्रमित नहीं पाया जाता है तो उसे पहली उपलब्ध उड़ान से तत्काल उसके देश भेजा जाए।  
निजामुद्दीन मरकज से निकाले गए 1,500 लोग: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि यहां निजामुद्दीन मरकज से 1,548 लोगों को निकाला गया है जिनमें से 441 को कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के बाद अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा कि निजामुद्दीन (पश्चिम) में धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए 1,107 लोगों को पृथक रखा गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के 97 मामलों में से 24 लोग वे हैं जो इस महीने के शुरू में धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की स्थिति अभी तक नियंत्रण में है और कोरोना वायरस का कोई सामुदायिक प्रसार नहीं है। केजरीवाल ने कार्यक्रम के आयोजकों की निन्दा की और कहा कि इन लोगों ने महामारी के चलते दूसरे देशों में हजारों लोगों की मौत को देखते हुए ऐसे समय में इस तरह का धार्मिक कार्यक्रम आयोजित कर बहुत ही गैर जिम्मेदाराना काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पहले ही उपराज्यपाल अनिल बैजल से सिफारिश कर चुकी है। उन्होंने कहा कि निजामुद्दीन इलाके में हुई इस घटना को लेकर अधिकारियों की किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 97 मामलों में से 24 निजामुद्दीन मरकज से हैं और 41 वे हैं जो विदेश से यात्रा करके लौटे थे और 22 उन लोगों के परिजन हैं। 
आज से 10-12 लाख लोगों को बंटेंगे भोजन के पैकेट
दिल्ली सरकार लगभग 3,775 स्कूलों और रैन बसेरों से बुधवार से लगभग 10-12 लाख लोगों को भोजन के पैकेट बांटने शुरू करेगी।केजरीवाल ने कहा कि हालांकि भोजन के लिए इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना नहीं है, लेकिन अधिक वितरण बिन्दु भौतिक दूरी बनाए रखने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि मदद की कोशिश कर रहे उद्योगपतियों को मेडिकल स्टाफ के लिए रक्षात्मक उपकरण, जांच किट और वेंटिलेटर दान करने में मदद करनी चाहिए जिनकी इस समय सर्वाधिक आवश्यकता है।