
हैदराबाद/नयी दिल्ली। हैदराबाद में बुधवार को 60 से अधिक विदेशी राजदूतों ने वहां दो प्रमुख दवा कंपनियों ‘भारत बायोटेक’ और ‘बायोलोजिकल-ई’ का दौरा किया, जहां उन्हें कोविड-19 महामारी के मद्देनजर भारत द्वारा विकसित किए जा रहे टीका कार्यक्रम से अवगत कराया गया।
दौरा करने गए प्रतिनिधमंडल का हिस्सा रहे ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बेरी ओ फरेल ने दवा अनुसंधान और निर्माण को ‘सराहनीय’ बताया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने ट्वीट किया, ‘ 60 से अधिक मिशन प्रमुखों के लिए हैदराबाद स्थित दवा कंपनियों भारत बायोटेक और बायोलोजिकल-ई के अनुसंधान एवं उत्पादन इकाईयों के दौरे का प्रबंध किया गया।’
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ कृष्णा एल्ला ने विदेशी राजदूतों को भारत में टीका उत्पादन से संबंधित विभिन्न पहलुओं की प्रस्तुति दी।
उन्होंने कहा कि प्रस्तुति के दौरान राजदूतों को अवगत कराया गया कि विश्व के 33 फीसदी टीके का उत्पादन हैदराबाद की जीनोम वैली में होता है।
अधिकारियों के मुताबिक, हैदराबाद में राजदूतों का यह दौरा विदेश मंत्रालय द्वारा भारत में कोविड-19 टीका विकास कार्यक्रम की पहल से अवगत कराने के तहत आयोजित किया गया और इसी कड़ी में उन्हें शहरों की अन्य दवा कंपनियों का भी दौरा कराया जाएगा।
तेलंगाना सरकार की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि 64 देशों के दूतों ने कंपनियों का दौरा किया। ‘बायोलोजिकल-ई’ लिमिटेड ने एक अलग विज्ञप्ति में बताया कि करीब 70 राजदूत और उच्चायुक्त जीनोम वैली में उसके परिसर का दौरा करने पहुंचे और कोविड-19 के टीका कोवैक्सीन पर विस्तृत चर्चा की गयी।