पाक ने संघर्षविराम तोड़ा, पांच सुरक्षाकर्मियों सहित 11 लोगों की मौत, जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के आठ सैनिक ढेर


भारतीय सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें पाकिस्तानी सेना के आठ सैनिक मारे गए और 12 अन्य घायल हो गए। इसके अलावा उसके बुनियादी ढांचे को बड़ा नुकसान पहुंचाया गया है।


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श्रीनगर/नई दिल्ली। पाकिस्तानी सैनिकों ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर में उरी सेक्टर से लेकर गुरेज सेक्टर के बीच कई स्थानों पर नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन किया जिसमें पांच सुरक्षाकर्मियों सहित 11 लोगों की मौत हो गयी।

भारतीय सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें पाकिस्तानी सेना के आठ सैनिक मारे गए और 12 अन्य घायल हो गए। इसके अलावा उसके बुनियादी ढांचे को बड़ा नुकसान पहुंचाया गया है।

अधिकारियों और सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी गोलीबारी में भारतीय सेना के चार जवान, बीएसएफ के एक उप-निरीक्षक और छह असैन्य नागरिकों की मौत हो गयी, वहीं चार सुरक्षाकर्मी और आठ नागरिक घायल हो गए।

उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले में एलओसी से सटे गांवों और अग्रिम इलाकों को निशाना बनाकर भारी गोलाबारी की जिसमें सेना के दो कर्मियों समेत सात लोग जख्मी हो गए।

भारतीय सेना ने एलओसी पर हथियारों के ठिकानों, ईंधन के ठिकानों और आतंकवादियों के कई लांच पैड समेत पाकिस्तानी बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने वाले वीडियो जारी किए।

सूत्रों ने कहा कि भारतीय पक्ष द्वारा पाकिस्तानी सेना के पकड़े गए संदेश के मुताबिक, मृतकों में उसके स्पेशल सर्विस ग्रुप के दो कमांडो भी शामिल हैं। श्रीनगर में रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने मोर्टार दागे और अन्य हथियारों से गोलाबारी की तथा जानबूझकर असैन्य क्षेत्रों को निशाना बनाया।

कर्नल कालिया ने बताया कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर अकारण संघर्षविराम का उल्लंघन शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने डावर, केरन, उरी और नौगाम सहित अन्य सेक्टरों में गोलाबारी की। इस गोलाबारी में चार भारतीय सैनिक शहीद हो गए और तीन घायल हो गए।

उन्होंने बताया कि उरी क्षेत्र के कमलकोट सेक्टर में दो नागरिकों की मौत हो गयी, वहीं हाजी पीर सेक्टर के बालकोट क्षेत्र में एक महिला की मौत हो गयी।
प्रवक्ता ने कहा कि उरी में विभिन्न स्थानों के अलावा, बांदीपुरा जिले के गुरेज सेक्टर में इजमार्ग और कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में भी संघर्षविराम के उल्लंघन की सूचना मिली है।

जम्मू में एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले में दो बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा, ‘ आज अपराह्न एक बजकर करीब 45 मिनट पर और दो बजकर करीब 45 मिनट पर पाकिस्तानी सेना ने पुंछ के सब्जियां में नियंत्रण रेखा के पास बिना उकसावे के गोलाबारी और गोलीबारी कर संघर्षविराम का उल्लंघन किया।’’

प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई की। अधिकारियों ने बताया कि अंतिम रिपोर्ट आने तक दोनों ओर से भारी गोलीबारी चल रही थी।
उन्होंने बताया कि यह लगातार तीसरा दिन है जब पाकिस्तानी सेना ने पुंछ के शाहपुर, कस्बा और किरनी सेक्टरों को निशाना बनाया है। इससे पहले कर्नल कालिया ने बताया कि सेना ने घुसपैठ की एक कोशिश को विफल कर दिया। केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास संघर्षविराम का उल्लंघन कर घुसपैठ के लिए मदद की जा रही थी।

उन्होंने कहा, ‘‘केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम चौकियों पर आज हमारे सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधियां देखीं। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध घुसपैठ के प्रयास को नाकाम कर दिया।’’ एक सप्ताह के भीतर यह घुसपैठ की दूसरी कोशिश थी। इससे पहले 7- 8 नवंबर की मध्य रात्रि को माछिल सेक्टर में घुसपैठ का असफल प्रयास किया गया था जिसमें तीन आतंकवादी मारे गए थे।

उस अभियान में सेना के एक कैप्टन समेत तीन कर्मी और बीएसएफ के एक जवान शहीद हो गए थे। नयी दिल्ली में, बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि बारामूला में नियंत्रण रेखा पर बल के उपनिरीक्षक (एसआई) राकेश डोभाल (39) अपराह्न एक बजकर करीब 15 मिनट पर पाकिस्तान द्वारा की गयी गोलीबारी में घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गयी।

अधिकारियों ने कहा कि उसी अग्रिम चौकी पर तैनात कांस्टेबल वसु राजा गोलाबारी में घायल हो गए। उनके हाथ और गाल पर जख्म हैं। राजा की हालत स्थिर है। बीएसएफ एलओसी पर सेना की अभियान संबंधी कमान के तहत काम करती है।

अधिकारियों ने कहा, “उपनिरीक्षक ने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने दुश्मन की ओर से भारी गोलीबारी का सामना किया। डोभाल उत्तराखंड में ऋषिकेश के निवासी थे और वह 2004 में सीमा सुरक्षा बल में शामिल हुए थे।” डोभाल के परिवार में उनके पिता, पत्नी और नौ साल की एक पुत्री है।