संसद बहस: नगालैंड गोलीबारी का मुद्दा उठा राज्यसभा में, की गई गृह मंत्री के बयान की मांग


नगालैंड में सुरक्षा बलों के एक उग्रवाद विरोधी अभियान के दौरान 14 नागरिकों के मारे जाने का मुद्दा सोमवार को राज्यसभा में उठा और इस पर गृह मंत्री से बयान देने की मांग की गई।


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नई दिल्ली। नगालैंड में सुरक्षा बलों के एक उग्रवाद विरोधी अभियान के दौरान 14 नागरिकों के मारे जाने का मुद्दा सोमवार को राज्यसभा में उठा और इस पर गृह मंत्री से बयान देने की मांग की गई।

उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा ‘‘यह एक अत्यंत गंभीर एवं त्रासद घटनाक्रम है जिसमें चार दिसंबर को नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में छह बेकसूर नागरिक मारे गए। उन्हें भूलवश उग्रवादी समझ लिया गया था।’’

उन्होंने कहा कि इस भयावह घटना के बाद वहां हुई झड़पों में आठ और नागरिक तथा सुरक्षा बल का एक जवान मारा गया। उन्होंने इसे चिंताजनक बताया।

खड़गे ने कहा ‘‘यह अत्यंत गंभीर मामला है। हम मांग करते हैं कि गृह मंत्री इस बारे में सदन में आज ही एक बयान दें। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप गृह मंत्री को बयान देने का आदेश दें।’’

सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि उनकी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह से इस बारे में बात हुई है। उन्होंने कहा ‘‘गृह मंत्री ने मुझे लिखा है कि आज दोपहर बाद वह इस मुद्दे पर बयान देंगे।’’ सदन के अन्य सदस्यों के यह मुद्दा उठाने पर सभापति ने कहा कि विपक्ष के नेता इसे उठा चुके हैं।

साथ ही सभापति ने सदस्यों को आश्वासन दिया कि गृह मंत्री के बयान के बाद वह सदस्यों को स्पष्टीकरण पूछने की अनुमति देंगे। उन्होंने कहा ‘‘यह अत्यंत गंभीर, अत्यंत दुखद मुद्दा है। यह संवेदनशील भी है। हमें इसकी संवेदनशीलता और गंभीरता दोनों को ही ध्यान में रखना होगा।’’

सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा ‘‘यह गंभीर मुद्दा है। सरकार ने इस पर संज्ञान लिया है और इस पर एक विस्तृत बयान दिया जाएगा।’’