नई दिल्ली। कृषि बिल को लेकर राज्यसभा में हुए भारी हंगामा और बवाल पर कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने सरकार और संसद की कार्यशैली पर बड़ी तिखी टिप्पड़ी की है। उन्होंने संसद को बद चलन तक करार दिया है। संजय निरूपम की यह तीखी टिप्पड़ी उन कार्यवाईयों की तरफ इशारा है जिनमें सरकार ने बहुतम के बल पर विपक्ष के विरोध और संसदीय प्रणाली की अनदेखी कर मनमाने तरीके से बिल पास करवा रही है।
कांग्रेस नेता ने कृषि बिल के पास होने पर अपने ट्वीट में लिखा, ” जैसे-जैसे भारतीय जनतंत्र बुजुर्गियत की ओर बढ़ रहा है। संसद दिन-ब-दिन बदचलन होती जा रही है।”
जैसे-जैसे भारतीय जनतंत्र बुजुर्गियत की ओर बढ़ रहा है।
संसद दिन-ब-दिन बदचलन होती जा रही है।#RajyaSabha #FarmBill2020— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) September 20, 2020
लोकतांत्रिक कपट कर भाजपा ने कृषि बिल नहीं; अपना ‘पतन-पत्र’ पारित कराया है
कृषि बिल के मुद्दे पर समाजवादी प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार ने किसानों और विपक्ष की आवाज का गला दबाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ” भाजपा ने कृषि बिल पारित कराने के लिए ‘ध्वनि मत’ की आड़ में राज्य सभा में किसानों व विपक्ष की आवाज़ का गला दबाया है व अपने कुछ चुनिंदा पूँजीपतियों व धन्नासेठों के लिए भारत की 2/3 (दो तिहाई) जनसंख्या को धोखा दिया है। लोकतांत्रिक कपट कर भाजपा ने कृषि बिल नहीं; अपना ‘पतन-पत्र’ पारित कराया है।”
भाजपा ने कृषि बिल पारित कराने के लिए ‘ध्वनि मत’ की आड़ में राज्य सभा में किसानों व विपक्ष की आवाज़ का गला दबाया है व अपने कुछ चुनिंदा पूँजीपतियों व धन्नासेठों के लिए भारत की 2/3 जनसंख्या को धोखा दिया है।
लोकतांत्रिक कपट कर भाजपा ने कृषि बिल नहीं; अपना ‘पतन-पत्र’ पारित कराया है। pic.twitter.com/wfJjAoyGFW
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 20, 2020
मोदी सरकार ने किसान भाइयों के “मौत के फ़रमान” पर आज हस्ताक्षर किया है
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कृषि विधेयक को लेकर राज्यसभा में कड़ा विरोध किया। इस दौरान उनकी राज्यसभा में तैनात मार्शलों के साथ धक्कामुक्की भी हुई। संजय सिंह ने अपने ट्वीट में कहा, ” मोदी सरकार ने किसान भाइयों के “मौत के फ़रमान” पर आज हस्ताक्षर किया है @AamAadmiParty ने जमकर विरोध किया लेकिन मोदी सरकार ने लोकतंत्र गला घोंटकर बिना वोटिंग के सदन में ये “काला क़ानून” पास कर लिया, लड़ाई जारी रहेगी।” उन्होंने कहा कि ” भाजपा ने किसानों के पेट और पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है।”
https://twitter.com/SanjayAzadSln/status/1307653179371212800
नये कृषि कानून के विरोध में सड़कों पर उतरे किसान
संसद ने एक ओर जहां नए कृषि बिल को कानून की रूप देने की लिए सभी बाधाएं पार कर ली है। वहीं इसके विरोध में किसान अब सड़कों पर उतर चुके हैं। पंजाब और हरियाणा में किसानों का भारी विरोध जारी है। इस कानून के विरोध में आज चंडीगढ़ में किसानों ने भारी रैली निकाली जिस पर पुलिस ने उनके उपर पानी की बौछारे कर तितर-बितर करने की कोशिश की। वहीं पंजाब के दूसरे कई क्षेत्रों में किसानों के विरोध की खबरें आ रही हैं।
#WATCH Haryana: Police use water cannon to disperse Youth Congress workers protesting over #FarmBills, at Sadopur border in Ambala. pic.twitter.com/1OfFJlcKFo
— ANI (@ANI) September 20, 2020