
मुंबई। भारत की आबादी एक अरब से ज्यादा है। देश के लिए हर व्यक्ति को बुनियादी सुविधा उपलब्ध करा पाना सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर परिवहन के क्षेत्र में कई निजी संस्थाएं सरकार को मदद करते हुए जनता की भी सेवा कर रहे हैं। हेल्थ सेक्टर में मुंबई स्थित पीडी हिंदुजा नेशनल हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर गुणवत्तापूर्ण काम कर रहा है।
पीडी हिंदुजा नेशनल हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर की स्थापना परमानंद दीपचंद हिंदुजा ने की, जो कि बोस्टन के हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के मुख्य शिक्षण अस्पताल मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल के सहयोग से किया गया था। पीडी हिंदुजा अस्पताल और चिकित्सा अनुसंधान केंद्र, जिसे 1951 में एक क्लिनिक के रूप में शुरू किया गया था, आज देश के अग्रणी मल्टी-स्पेशलिटी तृतीयक देखभाल में सबसे बेहतरीन अस्पतालों में से एक है। छह दशकों से अधिक समय से यह संस्थान सुनिश्चित करने में लगा है कि सभी को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जाए। हिंदुजा अस्पताल हमेशा से उपचार एवं सुश्रुषा में टेकनोलॉजी को अपनाने वाला रहा है। देश के पहले कुछ अस्पतालों में गामा नाइफ प्रौद्योगिकी, व्यापक प्रसंग के साथ डिजिटल ब्रॉडबैंड एमआरआई, ट्रू बीम रैखिक त्वरक आदि सुविधाओं के साथ शीर्ष स्थान पर है।
हिंदुजा अस्पताल क्लीनिकल प्रैक्टिस, एकेडेमिक्स और रिसर्च इन तीन महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल के आधारों के विकास पर जोर देता है। अस्पताल में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त डॉक्टरों द्वारा सर्वश्रेष्ठ मेडिकल हेल्थ केयर सर्विसेज प्रदान की जाती है. मजबूत रिसर्च विंग के साथ, पी डी हिंदुजा हॉस्पिटल देश के सबसे बड़े निजी शैक्षणिक अस्पतालों में से एक है। “क्वालिटी हेल्थकेयर फॉर ऑल” के अपने लक्ष्य के अनुसार,पी डी हिंदुजा अस्पताल ‘Serve with Passion’ ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाता है, जिसके तहत महाराष्ट्र के जनजातीय क्षेत्रों में लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जाती है। एक चैरिटेबल अस्पताल होने के नाते इस अस्पताल में 20 प्रतिशत बेड गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों के लिए आरक्षित रहते हैं।
कोरोना महामारी के इस संकट में जहां सभी दुनिया भर की स्वास्थ्य व्यवस्था और वहां के लोगों ने त्राहि-त्राहि मचा रखी है। वहीं भारत जैसा विशालकाय और विकासशील देश ने लोगों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं देने के अपने प्रयास को सार्थक रूप दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी के दौर में भारत की स्वास्थ्य सेवाओं, निजी अस्पतालों और चिकित्सकों की सराहना की है। इस महामारी में पीडी हिंदुजा अस्पताल ने सराहनीय काम किया है। हिंदुजा अस्पताल प्रबंधन ने कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए तेजी से कार्रवाई की। रोगियों और कर्मचारियों के लिए उपयुक्त सुरक्षा प्रोटोकॉल का निर्धारण किया। इतना ही नहीं, अस्पताल ने कोरोना रोगियों के इलाज के लिए, मुख्य ओपीडी और आईपीडी क्षेत्र से दूर और अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से लैस एक अलग इमारत स्थापित की।
गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए अस्पताल को विभिन्न निकायों द्वारा सर्वश्रेष्ठ मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। वहीं हाल के एक सर्वे में, पीडी हिंदुजा अस्पताल को ‘न्यूज़वीक ऑल इंडिया बेस्ट हॉस्पिटल सर्वे’ में 6 वें स्थान पर रखा गया है। पश्चिमी क्षेत्र में पीडी हिंदुजा अस्पताल को शीर्ष स्थान दिया गया। स्टटिस्टा के अनुसार भारत में कुल 69 हजार सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के अस्पताल हैं। यह न्यूज़वीक सर्वेक्षण का दूसरा संस्करण है, जिसने 21 देशों में अग्रणी अस्पतालों को स्थान देने के लिए वैश्विक डेटा अनुसंधान कंपनी स्टेटिस्टा के साथ सहयोग किया।