प्रमोद सावंत (Goa CM Pramod Sawant) गोवा के अगले मुख्यमंत्री के रूप में सोमवार को शपथ लेंगे। शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे। हाल ही में संपन्न गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly elections) में प्रमोद सावंत की अगुआई में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 20 सीटें जीतने में कामयाब रही है। हालांकि इस बार किस किसको मंत्री बनाया जाएगा, इसे लेकर भाजपा ने अभी तक चुप्पी साध रखी है।
शपथ ग्रहण समारोह डॉ। श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में सुबह 11 बजे से होगा। इस कार्यक्रम में 10,000 से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है। शपथ ग्रहण समारोह का प्रसारण विभिन्न समाचार चैनलों के माध्यम से भी किया जाएगा। प्रमोद सावंत के साथ कितने और कौन-कौन मंत्री शपथ लेंगे, यह सोमवार को ही पता चलेगा। मंत्रियों की शपथ के बारे में प्रमोद सावंत ने कहा, ‘‘आपको इसके बारे में कल (सोमवार को) पता चलेगा। अभी मुझे नहीं पता कि कितने मंत्री शपथ लेंगे।’’ हालांकि सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री के अलावा गोवा कैबिनेट में 11 और मंत्री हो सकते हैं।
गौरतलब है कि गोवा का हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 20 सीटों पर जीत हासिल की है। वह बहुमत के आंकड़े से महज एक कदम दूर है। सरकार बनाने के लिए तीन निर्दलीय विधायकों और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के दो विधायकों ने भाजपा को समर्थन दिया है।
यह दूसरी बार होगा, जब गोवा के मुख्यमंत्री राजभवन परिसर के बाहर शपथ लेंगे। इससे पहले मनोहर पर्रिकर ने 2012 में राज्य की राजधानी पणजी के कैंपल मैदान में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उस वक्त भाजपा सदन में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। पेशे से एक आयुर्वेद चिकित्सक 48 साल के प्रमोद सावंत उत्तरी गोवा के सांखालिम से विधायक बने हैं। 2017 में जब मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में भाजपा ने सरकार बनाई थी तो सावंत को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया था। पर्रिकर के निधन के बाद मार्च 2019 में उन्होंने पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
अधिकारियों ने बताया था कि राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने 29 मार्च से नई विधानसभा का दो दिवसीय सत्र बुलाया है, इस दौरान सावंत को विश्वास मत हासिल करना होगा। सत्र के दौरान विधानसभा का नया अध्यक्ष भी चुना जाएगा। कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने जहां विधायक अलेक्सो सिकेरा को अध्यक्ष पद के लिए नामित किया है, वहीं भाजपा जल्द ही अपने उम्मीदवार की घोषणा कर सकती है। सत्र के दौरान विधेयकों को पारित करने और लेखानुदान सहित कई विधायी कार्यों को पूरा किए जाने की उम्मीद है।