चक्रवाती तूफान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने की आपात बैठक, हर संभव मदद का दिया भरोसा

बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का पूरा जायजा लिया और प्रतिक्रिया तैयारियों के साथ-साथ एनडीआरएफ द्वारा प्रस्तुत निकासी योजना की समीक्षा की। इस दौरान तटीय लोगों को तूफान से बचाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए गए। 11 लाख को सुर‍क्षित स्‍थानों पर पहुंचाने की तैयारी की गई है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों में चक्रवात एंफन से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने के लिए गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण  के अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक की।
बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का पूरा जायजा लिया और प्रतिक्रिया तैयारियों के साथ-साथ एनडीआरएफ द्वारा प्रस्तुत निकासी योजना की समीक्षा की। इस दौरान तटीय लोगों को तूफान से बचाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए गए। 11 लाख को सुर‍क्षित स्‍थानों पर पहुंचाने की तैयारी की गई है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि चक्रवात के कारण स्थिति के बारे में तैयारियों की समीक्षा की। इससे निपटने के उपायों के साथ-साथ निकासी योजनाओं पर भी चर्चा की गई। मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं और केंद्र सरकार से हरसंभव सहायता का आश्वासन देता हूं।  

गृह मंत्रालय ने चक्रवाती तूफान ‘एम्फन’ के सोमवार शाम तक सुपर साइक्लोन में तब्दील होने पर कहा है कि पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों से यह तूफान बुधवार को टकराएगा। इस दौरान हवा की गति 185 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
चक्रवाती तूफान ‘एम्फन’ के मद्देनजर मौसम विभाग  ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय के लिए 21 मई तक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। कटक मौसम विभाग के डायरेक्टर ने बताया कि अगले 6 घंटे में एंफन गंभीर चक्रवातीय तूफान में बदल जाएगा।
मौसम विभाग ने कहा कि जगतसिंहपुर, गंजम, गजपति, पुरी, केंद्रपाड़ा आदि इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। वहीं मयूरभंज, जाजापुर, बालासोर, भद्रक, खुर्जा और कटक में बारिश में बढ़ेगी

चक्रवात के कारण स्थिति के बारे में तैयारियों की समीक्षा की। इससे निपटने के उपायों के साथ-साथ निकासी योजनाओं पर भी चर्चा की गई। मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं और केंद्र सरकार से हरसंभव सहायता का आश्वासन देता हूं। – नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

अधिकारियों ने बताया कि राज्य सचिवालय से काम कर रहे राज्य आपदा संचालन केंद्र जिले के आपदा संचालन केंद्रों के साथ लगातार संपर्क में हैं। 
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने कहा कि गंजाम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, जाजपुर, कटक, खुर्दा और नयागढ़ के जिलाधिकारियों से जरूरत पड़ने पर संवेदनशील इलाकों से लोगों को निकालने के लिए तैयार रहने को कहा है।
उन्होंने कहा कि 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए तैयारियां कर ली गई हैं, लेकिन लोगों को किन स्थानों से निकालना है यह फैसला सही समय पर किया जाएगा। जेना ने कहा कि 12 तटीय जिलों में 809 चक्रवात शिविरों में से 242 को फिलहाल कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच विभिन्न राज्यों से लौट रहे लोगों के लिए अस्थायी चिकित्सा शिविर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
गौरतलब है कि कोयंबटूर में तेज हवा की वजह से पेड़ और एक दीवार गिरने से कार दब गई, जबकि, तूफान अभी पूरी तरह से आया भी नहीं था। यहां तेज हवा के कारण कई जगहों पर बिजली, टेलीफोन के तार और पेड़ गिर गए हैं।  

First Published on: May 18, 2020 7:28 PM
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