
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं को समाज के मध्यम वर्ग से जुड़ाव बढ़ाने, सोशल मीडिया के जरिए लोगों से भावनात्मक लगाव विकसित करने और सरकार व संगठन के बीच बेहतर तालमेल के गुर सिखाए।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने नेताओं को यह सुझाव भी दिया कि वे सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर साझा करते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसमें निहित संदेश जनता से जुड़ाव और लगाव का होना चाहिए।
यहां भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की दो दिवसीय बैठक का सोमवार को उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में इन बातों पर विशेष जोर दिया।
सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उनके मुताबिक प्रधानमंत्री ने संबोधन के दौरान भाजपा पदाधिकारियों से संवाद भी किया और उनसे कुछ केंद्रीय योजनाओं की जानकारी भी मांगी।
भाजपा के एक सूत्र ने पीटीआई-भाषा को बताया कि प्रधानमंत्री ने बैठक में मौजूदा पार्टी पदाधिकारियों से मध्यम वर्ग के लिए केंद्र सरकार की ओर से क्रियान्वित की जा रही प्रमुख योजनाओं का ब्योरा मांगा।
इस पर वहां मौजूद तीन-चार नेताओं ने इसकी जानकारी भी दी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने गलत जानकारी देने वाले नेताओं की गलती में सुधार भी किया।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान प्रधानमंत्री ने सभी नेताओं से केंद्रीय योजनाओं के जरिए मध्यम वर्ग तक पहुंच बढ़ाने को भी कहा।
भाजपा नेताओं के लिए प्रधानमंत्री का यह संदेश ऐसे समय में आया है जब विपक्षी दल आरोप लगाते रहे हैं कि केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों से सबसे अधिक प्रभावित समाज का मध्यम वर्ग हुआ है। विपक्षी दल महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर अक्सर सरकार को घेरते भी रहते हैं।
विपक्षी दलों ने 2022-23 के आम बजट को भी मध्यम वर्ग साथ ‘‘विश्वासघात’’ और युवाओं की जीविका पर ‘‘आपराधिक प्रहार’’ बताया था।
हालांकि प्रधानमंत्री भी अक्सर विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब देते हुए कई मौकों पर कह चुके हैं कि उनकी सरकार मध्यमवर्ग के सपनों को पूरा करने के लिए काम कर रही है।