
नयी दिल्ली। पीए केयर्स पर बवाल बढ़ता जा रहा है। कोष और उसमें जमा धन को लेकर वैधानिक सवाल उठाए जा रहे हैं। अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीएम केयर्स फंड का सरकारी ऑडिट कराने की मांग कर के मामले क गरमा दिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को कहा कि आम लोगों से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में योगदान के तौर पर पैसे लिए जा रहे हैं और ऐसे में ‘पीएम केयर्स’ कोष का सरकारी ऑडिट होना चाहिए।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में लोगों से पीएम केयर्स कोष में 100-100 रुपये का योगदान देने से जुड़े जिला अधिकारी के एक कथित आदेश का हवाला देते हुए यह भी कहा कि देश के कई पूंजीपतियों के 68000 रुपये का कर्ज बट्टे खाते में डालने का भी हिसाब होना चाहिए।
यह पहली बार नहीं है जब पीएम केयर्स कोष सवालों के घेरे में है। इस कोष के शुरू होने के बाद से ही लगातार मीडिया के माध्यम से सवाल उठाए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक मोदी सरकार ने इस पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है। ऐसे शक बढ़ता ही जा रहा है। कहा जा रहा है कि जब प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष है तो इस कोष का गठन क्यों किया गया।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘‘एक सुझाव: जब जनता त्राहिमाम कर रही है, राशन, पानी, नकदी की किल्लत है, सरकारी महकमा सबसे 100-100 रुपये पीएम केयर्स कोष के लिए वसूल रहा है तब हर नजरिए से उचित रहेगा कि पीएम केयर्स कोष का सरकारी ऑडिट भी हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश से भाग चुके बैंक चोरों के 68,000 करोड़ माफ हुए उसका हिसाब होना चाहिए। संकट के समय जनता के सामने पारदर्शिता महत्वपूर्ण है। इसमें जनता और सरकार दोनों की भलाई है।’’