
नई दिल्ली। दो साल पहले 14 फ़रवरी को पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले को देश भूल नहीं पाया है। आज भी वो मंजर लोगों की जेहन में है। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। हालांकि भारत ने कुछ दिनों बाद ही एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान के बालाकोट सहित मुज़फ़्फ़राबाद, चिकोटी में आतंकी कैम्पों को तबाह कर इस हमले का बदला ले लिया था।
इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। पुलवामा हमला पाकिस्तान की एक सोची समझी साजिश का नतीजा था। इस साजिश के तहत जैश ए मोहम्मद में अपने आतंकियों को ट्रेनिंग देने के लिए अलकायदा, तालिबान और हक्कानी के अफगानिस्तान में बने ट्रेनिंग कैंप में हथियार और गोला बारूद चलाने का प्रशिक्षण दिया था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, देश उनके सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने ट्वीट किया, मैं उन बहादुर शहीदों को नमन करता हूं, जिन्होंने 2019 में इस दिन भीषण पुलवामा हमले में अपनी जान गंवाई। भारत उनके असाधारण साहस और सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।
I bow down to the brave martyrs who lost their lives in the gruesome Pulwama attack on this day in 2019.
India will never forget their exceptional courage and supreme sacrifice.
— Amit Shah (@AmitShah) February 14, 2021
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। राहुल गांधी ने ट्वीट किया ” पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि और उनके परिवारों को नमन। देश आपका ऋणी है।
पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि और उनके परिवारों को नमन।
देश आपका ऋणी है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 14, 2021
आज पुलवामा हमले की दूसरी बरसी है और इसको लेकर सियासत भी गरमा गई है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शहीदों को श्रद्धांजलि तो दी, लेकिन इसके साथ बघेल ने केंद्र सरकार से सवाल भी पूछे हैं। बघेल ने पूछा है कि जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, वहां 300 किलो RDX कैसे पहुंचा। विपक्ष ने ये सवाल सरकार से कई बार पूछे हैं।
भूपेश बघेल ने ट्विटर पर लिखा, “सवाल तो है साहेब! जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, वहां 300 किलो RDX कैसे पहुंचा? कौन था इस साजिश के पीछे? पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर जवानों को कोटि-कोटि नमन। राष्ट्र उनकी शहादत को सलाम करता है।”
सवाल तो है साहेब!
जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, वहां 300 किलो RDX कैसे पहुंचा?
कौन था इस षडयंत्र के पीछे?
पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर जवानों को कोटि-कोटि नमन। राष्ट्र उनकी शहादत को सलाम करता है।🙏🇮🇳
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 14, 2021
श्रीनगर में ड्यूटी पर वापस लौट रहे सीआरपीएफ के 76वीं बटालियन का काफिला जैसे ही श्रीनगर से 27 किलोमीटर पहले लेथपोरा पहुंचा, एक पीछा कर रही विस्फोटक से भरी कार ने काफिले के पांचवी बस को तरफ से टक्कर मार दी थी। विस्फोट में दूसरे बस को भी नुकसान पहुंचा। क्षेत्र में गोलीबारी की आवाज सुनी गई, लेकिन कोई नहीं जानता यह गोलीबारी किसने की।
विस्फोट के तुरंत बाद पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली। उसने कहा कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के एक स्थानीय फिदायीन अदिल अहमद डार ने यह हमला किया। इसके साथ ही संगठन ने डार का एक वीडियो भी जारी किया। हमले की जांच कर रहे राष्ट्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि डार ने संभवत: 150 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट (सुपर 90) एक उर्वरक जिसका कम तीव्रता के धमाके के लिए प्रयोग किया जाता है, का प्रयोग किया गया।