कलपेट्टा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर बृहस्पतिपार को केंद्र सरकार पर फिर निशाना साधा और दावा किया कि देश के ज्यादातर किसानों को इन कानूनों के ब्यौरे के बारे में विस्तृत जानकारी ही नहीं है और अगर उन्हें यह विस्तृत जानकारी होती तो यह आंदोलन पूरे देश में चल रहा होता।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि तीनों केंद्रीय कृषि कानून किसानों पर आक्रमण हैं। दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड हुई हिंसा के एक दिन बाद कांग्रेस नेता ने बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार से आग्रह किया था कि वह तीनों कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया।
उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के कलपेट्टा इलाके में आयोजित यूडीएफ के सम्मलेन में बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘ज्यादातर किसानों को इन कानूनों के ब्यौरे के बारे में विस्तृत जानकारी ही नहीं है और अगर उन्हें यह विस्तृत जानकारी होती तो यह आंदोलन पूरे देश में चल रहा होता।’’
राहुल गांधी ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार विपक्ष शासित राज्यों में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय जैसी केंद्रीय एजेंसियों का ‘आक्रामक ढंग से’ इस्तेमाल कर रही है। साथ ही, उन्होंने कहा, ‘‘केरल सरकार पर ऐसा कोई दबाव नहीं है। सीबीआई और ईडी यहां के मामलों में आराम से बैठी हैं।’’
उन्होंने माकपा नीत एलडीएफ पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘‘भाजपा यहां कांग्रेस पर ज्यादा हमले करती है या माकपा पर करती है? क्या प्रधानमंत्री केरल के मुख्यमंत्री पर हमला करते हैं या फिर वह कांग्रेस नेतृत्व पर हमला करते हैं?’’ राहुल गांधी ने एक बार फिर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कृषि क्षेत्र को देश के तीन-चार उद्योगपतियों के हाथों में सौंपना चाहती है।