नई दिल्ली। लॉकडाउन के बाद भी लगातार घरों को पैदल जाने की खबरें आने के बाद केन्द्र सरकार ने प्रवासी कामगारों की परेशानियों को देखते हुए रेलवे को ट्रेनों के परिचालन की अनुमति दे दी है। रेलवे इन विशेष ट्रेनों को राज्यों के अनुरोध पर परिचालित करेगा।
खबरों के अनुसार रेलवे ने मुख्यमंत्रियों के अनुरोध पर एक सूची तैयार कर ली है और इसी कड़ी में शुक्रवार को झारखंड के प्रवासियों को लाने के लिए तेलंगाना से झारखंड के हटिया के लिए एक ट्रेन चलाई भी गई। बता दें कि प्रत्येक रेलवे जोन के पास देशभर में फंसे प्रवासियों को उनके गंतव्यों तक ले जाने के लिए एक ‘‘योजना’’ है जिस पर अमल शुरु हो गया है।
ज्ञात हो कि रेलवे ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के कारण अपनी सेवाएं स्थगित करने के बाद तेलंगाना के लिंगमपल्ली में फंसे 1,200 प्रवासियों को झारखंड के हटिया तक ले जाने के लिए शुकव्रार को पहली विशेष ट्रेन चलाई। लॉकडाउन के कारण देशभर में हजारों प्रवासी फंस गए हैं और उनमें से कई ने तो पैदल चलकर घर पहुंचने की कोशिश की।
गृह मंत्रालय ने बुधवार को राज्यों को अपने निवासियों को बसों में लाने की अनुमति दे दी। वहीं कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अनुरोध किया कि प्रवासियों के लिए विशेष ट्रेनें चलाने की अनुमति दी जाए।आरपीएफ के डीजी अरुण कुमार ने बताया, ‘‘24 बोगियों वाली यह ट्रेन शुक्रवार सुबह चार बजकर 50 मिनट पर रवाना हुई।’’ उन्होंने बताया कि यह प्रवासियों के लिए अब तक चलने वाली पहली ट्रेन है।
रेलवे ने एक बयान में कहा, ‘‘शुक्रवार सुबह तेलंगाना सरकार के अनुरोध और रेल मंत्रालय के निर्देशों पर लिंगमपल्ली से हटिया के लिए विशेष ट्रेन चलाई गई। यात्रियों की पूर्व जांच, स्टेशन तथा ट्रेन में सामाजिक दूरी बनाने जैसे सभी आवश्यक एहतियाती कदम उठाए गए।’’
दक्षिण मध्य रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि सभी यात्रियों की स्टेशन पर थर्मल जांच की गई, मास्क पहनना अनिवार्य किया गया और उन्हें भोजन उपलब्ध कराया गया क्योंकि ट्रेन गंतव्य से पहले कहीं नहीं रुकेगी। प्रवक्ता ने बताया कि सामाजिक दूरी नियम के पालन के लिए हर बोगी में केवल 54 यात्रियों को बैठने की ही अनुमति दी गई जबकि उसमें 72 लोगों के बैठने की व्यवस्था होती है। कूपों में आठ के बजाय छह यात्रियों को सफर करने की अनुमति दी गई है।
ट्रेन आज रात 11 बजे हटिया पहुंचेगी और उसमें सवार सभी प्रवासियों को पृथक केंद्रों में ले जाया जाएगा। दिल्ली में रेलवे ने स्पष्ट किया कि यह केवल ‘‘एक विशेष ट्रेन’’ सेवा थी और रेल मंत्रालय के निर्देशों तथा प्रस्थान से लेकर गंतव्य स्थल की राज्य सरकारों के अनुरोध पर ही और ट्रेनों को चलाने की योजना बनाई जाएगी। राजस्थान, झारखंड, बिहार, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और तेलंगाना जैसे राज्यों ने प्रवासी कामगारों को उनके गृह राज्यों तक लाने के लिए विशेष ट्रेन चलाने का अनुरोध किया है।