
“मन चंगा तो कठौती में गंगा!”
ये गुरु रविदास जी के ही विचार थें, रविदास जी का ऐसा मानना था अगर मन शुद्ध हो तो घर की कठौती का जल ही गंगाजल समान पवित्र हो जाता है। गुरु रविदास जी ने संदेश दिया कि परमात्मा ने इंसान की रचना की है, न कि इंसान ने परमात्मा का सृजन किया है। अतः सभी मानवों के अधिकार समान है। गुरु रविदास जी की विचारधारा से ही प्रभावित होकर, तत्कालीन चित्तौड़ साम्राज्य के राजा और रानी भी, उनके शिष्य बन गए थे।
रविदास भारत में 15वीं शताब्दी के एक महान संत, दर्शनशास्त्री, कवि, समाज-सुधारक और ईश्वर के अनुयायी थे। वो निर्गुण संप्रदाय अर्थात् संत परंपरा में एक चमकते नेतृत्वकर्ता और प्रसिद्ध व्यक्ति थे। उत्तर भारतीय भक्ति आंदोलन का नेतृत्व किया। ईश्वर के प्रति अपने असीम प्यार और अपने चाहने वाले, अनुयायी, सामुदायिक और सामाजिक लोगों में सुधार के लिए अपने महान कविता लेखनों के जरिए संत रविदास ने विविध प्रकार की आध्यात्मिक और सामाजिक संदेश दिए।
गुरु रविदास जी मानवीय एकता के प्रबल समर्थक एवं जातिगत भेदभाव के प्रबल विरोधी थें। गुरु रविदास जी ईश्वरीय शक्ति में पूर्ण यकीन और विश्वास रखते थें। उनकी वाणियों में उनके विचार स्पष्ट रुप से कहते हैं कि, इस धरती पर जन्मा कोई भी व्यक्ति अपनी जाति या जन्म की वजह से नहीं अपने कर्म के कारण ही ऊंचा या नीचा होता है।
संत रविदास जी ने स्वामी रामानंद जी को कबीर साहेब जी के कहने पर गुरु बनाया था, जबकि उनके वास्तविक आध्यात्मिक गुरु कबीर साहेब जी ही थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा कि संत रविदास जी ने सदियों पहले समानता, सद्भावना और करुणा पर जो संदेश दिए, वे देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करने वाले हैं। उनकी जयंती पर उन्हें मेरा सादर नमन।
संत रविदास जी ने सदियों पहले समानता, सद्भावना और करुणा पर जो संदेश दिए, वे देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करने वाले हैं। उनकी जयंती पर उन्हें मेरा सादर नमन। pic.twitter.com/uSKRh9AhgH
— Narendra Modi (@narendramodi) February 27, 2021
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके कहा कि संत शिरोमणि श्री रविदास जी ने अपनी रचनाओं व कार्यों से पूरे समाज को एकता के सूत्र में बांधकर सभी वर्गों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होनें जीवनभर कर्म को प्रमुखता देने और आंतरिक पवित्रता व निर्मलता का जो संदेश दिया, वह हमें सदा प्रेरित करता रहेगा। उन्हें कोटि-कोटि नमन।
संत शिरोमणि श्री रविदास जी ने अपनी रचनाओं व कार्यों से पूरे समाज को एकता के सूत्र में बांधकर सभी वर्गों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया।
उन्होनें जीवनभर कर्म को प्रमुखता देने और आंतरिक पवित्रता व निर्मलता का जो संदेश दिया, वह हमें सदा प्रेरित करता रहेगा।
उन्हें कोटि-कोटि नमन। pic.twitter.com/mYguBHvCp9
— Amit Shah (@AmitShah) February 27, 2021
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि आपसी भाईचारे का संदेश देने वाले संत गुरु रविदास जी की जयंती पर आप सभी को शुभकामनाएं।
आपसी भाईचारे का संदेश देने वाले संत गुरु रविदास जी की जयंती पर आप सभी को शुभकामनाएँ। pic.twitter.com/qlNP0dBMLd
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 27, 2021
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि परोपकारी एवं परम ज्ञानी संत श्री रविदास जी को कोटि-कोटि नमन। गुरुजी के महान विचार आज भी हमारे समाज को जागरुक करने का काम करते हैं। सभी देशवासियों को रविदास जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।
परोपकारी एवं परम ज्ञानी संत श्री रविदास जी को कोटि-कोटि नमन। गुरुजी के महान विचार आज भी हमारे समाज को जागरुक करने का काम करते हैं।
सभी देशवासियों को रविदास जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 27, 2021
गुरु रविदास जी ने सामाजिक समानता, एकता, नैतिकता तथा परिश्रमरत रहने के मूल्यों पर बल दिया। आइए, हम उनकी शिक्षाओं का पालन करते हुए समता, एकता और न्याय पर आधारित समाज तथा देश के निर्माण के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ें।