मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ग्राहकों को किराना (ग्रॉसरी) स्टोरों से जोड़ने के लिए व्हॉट्सएप का परीक्षण के तौर पर सीमित इस्तेमाल शुरू कर दिया है।
कुछ दिन पहले ही फेसबुक ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के नियंत्रण वाली डिजिटल परिसंपत्तियों में 5.7 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की थी।
क्रेडिट सुइस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस रिटेल के ई-कॉमर्स उपक्रम जियोमार्ट ने किराना सामान के आर्डर के लिए ग्राहकों से व्हॉट्सएप पर संपर्क करना शुरू कर दिया है। फिलहाल जियोमार्ट नवी मुंबई, ठाणे और और कल्याण में ग्राहकों से व्हॉट्सएप के जरिये संपर्क कर रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘उपभोक्ता व्हॉट्सएप पर कंपनी से संपर्क करते हैं, जियोमार्ट वेबपेज पर ग्रॉसरी आर्डर की जांच करते हैं, उसके बाद व्हॉट्सएप पर खुदरा स्टोर से जुड़ते हैं। बाद में ग्राहक किराना से अपना आर्डर उठाते हैं और उसका नकद में भुगतान करते हैं।’’
कंपनी का कहना है कि यह मॉडल आपूर्ति और पूरे लेनदेन को एक ऐप के जरिये पूरा करने से संबंधित है।
फेसबुक के साथ करार से अंबानी को डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाने में मदद मिलेगी और वह ई-कॉमर्स बाजार में अमेजन और वॉलमार्ट की फ्लिपकार्ट को चुनौती पेश कर सकेंगे।
केपीएमजी का आकलन है कि ई-कॉमर्स बाजार 2027 तक बढ़कर 200 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा।
क्रेडिट सुइस की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सौदे से फेसबुक को भारत की खुदरा क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी के साथ भागीदारी का लाभ मिल सकेगा। अभी इस भागीदारी की शुरुआत ग्रॉसरी से हुई है। बाद में इसका विस्तार दवाओं के वितरण, फैशन और लाइफस्टाइल स्टोरों और खाद्य उत्पादों की आपूर्ति के लिए भी हो सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस जियो फेसबुक के विभिन्न समाधानों के लिए दूरसंचार ढांचा उपलब्ध करा सकती है। रिलायंस जियो के ग्राहकों की संख्या 38.8 करोड़ है।
वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए व्हॉट्सएप के 40 करोड़ प्रयोगकर्ता जियोमार्ट ऐप के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।