एक और पैकेज आने की उम्मीद में सेंसेक्स 371 अंक चढ़ा


कारोबार के दौरान शेयर बाजार में काफी उतर चढ़ाव दिखा। बीएसई30 सेंसेक्स एक समय 32,199.91 अंक तक चढ़ गया था। बाद में मुनाफा वसूली के चलते यह 31,661.34 अंक तक भी गिरा। कारोबार की समाप्ति पर यह पिछले दिन के मुकाबले 371.44 अंक यानी 1.17 प्रतिशत बढ़कर 32,114.52 अंक पर बंद हुआ।


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मुंबई। बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक वित्तीय कंपनियों के शेयरों में अच्छी खरीदारी के समर्थन से मंगलवार को 371 अंक सुधर गया। यह लगातार दूसरा दिन है जब सेंसेक्स में लाभ दर्ज किया गया।कोविड19 संकट से प्रभावित अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए सरकार की तरफ से कुछ और उपाय घोषित किए जाने की उम्मीद में बाजार में लिवाली का जोर रहा।

कारोबार के दौरान शेयर बाजार में काफी उतर चढ़ाव दिखा। बीएसई30 सेंसेक्स एक समय 32,199.91 अंक तक चढ़ गया था। बाद में मुनाफा वसूली के चलते यह 31,661.34 अंक तक भी गिरा। कारोबार की समाप्ति पर यह पिछले दिन के मुकाबले 371.44 अंक यानी 1.17 प्रतिशत बढ़कर 32,114.52 अंक पर बंद हुआ।

इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 98.60 अंक यानी 1.06 प्रतिशत बढ़कर 9,380.90 अंक पर बंद हुआ।सेंसेक्स में शामिल शेयरों में इंडसइंड बैंक सबसे अधिक लाभ वाला शेयर रहा। इसमें 15 प्रतिशत से अधिक की तेजी रही। वहीं बजाज फाइनेंस, एचउीएफसी, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा और स्टेट बैंक में तेजी का रुख रहा।इसके विपरीत सन फार्मा, नेस्ले इंडिया, एनटीपीसी, एचसीएल टेक और बजाज आटो में गिरावट दर्ज की गई।

कारोबारियों का कहना है कि रिजर्व बैंक की तरफ से म्यूचुअल फंड उद्योग के लिये 50,000 करोड़ रुपये की नकदी सुविधा पेशकश से वित्तीय कंपनियों के शेयरों में खरीदारी का जोर रहा। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहने देने के लिये एक और पैकेज जारी होने की उम्मीद से भी बाजार में खरीदारी को बढ़ावा मिला।

हांग कांग और सिओल के बाजारों में बढ़त रही जबकि शंघाई और तोक्यो के बाजार गिरावट के साथ बंद हुये। वहीं यूरोप में शुरुआती दौर में अच्छी बढ़त देखी गई। अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रुड तेल वायदा भाव 1.95 प्रतिशत बढ़कर 23.52 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया। मुद्रा बाजार मंज रुपया सात पैसे ऊंचा रहा।

इस बीच दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 30 लाख के पार निकल गई जिसमें 2.11 लाख लोगों की मौत हो गई। भारत में इस संक्रमण से 934 लोगों की मृत्यु हुई है जबकि कुल संक्रमित लोगों की संख्या 29,435 तक पहुंच गयी है।