दिल्ली-एनसीआर में अगले 3 दिन तक चलेंगी बर्फीली हवाएं


अगले तीन दिन तक बर्फीली हवा चलने का अनुमान लगाया गया है। बुधवार को दिल्ली में न्यूनतम डिग्री 8 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार के कुछ हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है।


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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित समूचे उत्तर भारत में इस वक्त कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दिल्ली में इस हफ्ते लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं मौसम विभाग का मानना है कि बुधवार को राजधानी में शीतलहर चलने से और ठिठुरन बढ़ सकती है।

दिल्ली में इस वक्त उत्तर-पश्चिम दिशा से आ रही बर्फीली हवाओं ने ठंडक बढ़ा रखी है। अगले तीन दिन तक बर्फीली हवा चलने का अनुमान लगाया गया है। बुधवार को दिल्ली में न्यूनतम डिग्री 8 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार के कुछ हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है।

वहीं 10 दिसंबर के मौसम की बात करें तो स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के कुछ हिस्सों में कोल्ड-डे से गंभीर कोल्ड-डे की स्थिति होने और 24 घंटों के बाद कम होने की उम्मीद है। राजस्थान में 10 जनवरी को एक-दो स्थानों पर कोल्ड-डे कंडीशन जारी रह सकती है। 10 जनवरी को दक्षिणी कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। आंतरिक तमिलनाडु, केरल और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है। दक्षिणी आंध्र प्रदेश में 1 या 2 स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।

वहीं उत्तर भारत के निचले और मध्य स्तर के पहाड़ों को अभी भी मौसम की पहली बर्फबारी का इंतजार है। इंतज़ार लंबा होता दिख रहा है। यह मौसम उत्तरी पहाड़ों में सबसे देरी से होने वाली बर्फबारी के मौसम में से एक के रूप में जुड़ जाएगा। क्रिसमस और नए साल की पूर्वसंध्या पहली बर्फबारी के लिए पसंदीदा अवधि है।

ऐसा सबसे पहले श्रीनगर के लिए है और उसके बाद इसी क्रम में मनाली और शिमला आते हैं। तमिलनाडु के तटीय हिस्सों जो लगातार भारी बारिश से जूझ रहे थे, उन हिस्सों में कल से बारिश में राहत मिली है। इससे पहले पुडुचेरी, कराईकल, कुड्डालोर, नागपट्टिनम और पारंगीपेट्टई जैसी जगहों पर 24 घंटों में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई थी। यहां तक ​​कि तमिलनाडु की राजधानी में वेधशालाओं ने मध्यम से भारी वर्षा मापी थी।