नई दिल्ली। राजधानी कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा दिनांक 28-29 अगस्त 2024 को नवागत विद्यार्थियों के लिए छात्र अभिविन्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया। द्वि-दिवसीय यह कार्यक्रम पहले दिन ऑनलाइन और दूसरे दिन ऑफलाइन मोड़ में रखा गया। कार्यक्रम में राजधानी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. राजेश गिरि सहित कॉलेज के विभिन्न विभागों के प्रभारी,समितियों के संयोजक एवं शिक्षक गण उपस्थित रहे।
पहले दिन के अभिविन्यास कार्यक्रम में छात्रों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रो. राजेश गिरि जी ने कहा कि युवाओं का राष्ट्र-निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान होता है तथा युवा देश की नींव होते हैं। इस तरह के कार्यक्रम भी छात्रों की नींव को मजबूत करने का कार्य करते हैं अत: यह अभिविन्यास विद्यार्थियों के जीवन में विशेष महत्व रखता है।
स्टूडेंट एडवाइजरी कमेटी के संयोजक श्री आनंद प्रकाश ने सभी नव आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि- राजधानी कॉलेज के 60 वर्ष पूर्ण होने पर सभी नए छात्र कॉलेज से संबंधित कार्यक्रम का हिस्सा बनें। यह वास्तव में गौरवपूर्ण क्षण है। साथ ही कॉलेज के स्टाफ काउंसिल सेक्रेटरी एवं संपूर्ण एडमिशन प्रक्रिया के समन्वयक प्रो. वरुण कुमार मिश्रा द्वारा विद्यार्थियों को सभी कोर्सेज की संरचना के बारे में जानकारी प्रदान की गई।
कॉलेज के प्रमुख-प्रॉक्टर डॉ. धीरज कुमार ने कालेज के अनुशासन एवं नियमों से विद्यार्थियों को अवगत कराया तो वहीं कॉलेज के पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. संजीव शर्मा द्वारा पुस्तकालय का विस्तृत विवरण दिया गया। विभिन्न विभागों के प्रभारी तथा विभिन्न समितियों के संयोजकों द्वारा नवागत छात्रों को अपने-अपने विभाग तथा अपनी-अपनी समितियों के बारे में जानकारी दी गई।
हिंदी विभाग के प्रभारी प्रो. महेंद्र सिंह ने अपनी बात रखते हुए कहा कि विद्यार्थी चार साल कॉलेज में रहते हैं परंतु कॉलेज उनके साथ जीवन पर्यंत रहता है। दूसरे दिन के कार्यक्रम में सभी विभागों के सदस्य द्वारा अपने कोर्स में एड्मिशन लेने वाले छात्रों को कॉलेज एवं कोर्स से संबन्धित जानकारी प्रदान की गई तथा कोर्स से जुड़ी उनकी समस्याओं का निवारण किया गया। प्रत्येक विभाग द्वारा आयोजित अभिविन्यास कार्यक्रम में प्राचार्य महोदय ने अपने उद्बोधन से छात्रों में नई ऊर्जा का संचार किया।
प्राचार्य ने छात्रों से विषय को रटने के बजाय समझने पर ज़ोर देने को कहा, जिससे उनके भीतर विश्लेषणात्मक चिंतन का विकास हो सके। साथ ही साथ उन्होंने छात्रों से अपने स्वस्थ का विशेष ध्यान रखने का आग्रह किया, क्योंकि एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। इस प्रकार स्टूडेंट एडवाइजरी कमेटी के सह-संयोजक डॉ. अरुण लाल के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा।