
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य सभा सासंद सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद स्वामी ने कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के राजनीतिक परिदृश्य के बारे में चर्चा की।
भाजपा नेता से जब यह पूछा गया कि क्या वह टीएमसी में शामिल होंगे तो उन्होंने कहा, ‘मैं पहले ही उनके साथ हूं। पार्टी में शामिल होने की मुझे जरूरत नहीं है।’ मुलाकात के बाद स्वामी ने ट्वीट किया जिसमें “ममता बनर्जी की तुलना जयप्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई, राजीव गांधी, चंद्रशेखर और पीवी नरसिम्हा राव जैसे राजनीतिक दिग्गजों से की। लोगों की कथनी और करनी में फर्क नहीं होता है। भारतीय राजनीति में यह एक दुर्लभ गुण है”।
Of the all the politicians I have met or worked with, Mamata Banerjee ranks with JP, Morarji Desai, Rajiv Gandhi, Chandrashekhar, and P V Narasimha Rao who meant what they said and said what they meant. In Indian politics that is a rare quality
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 24, 2021
मुलाकात के एक दिन बाद ही यानी आज स्वामी ने एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और अपनी ही सरकार से सवाल पूछते हुए स्वामी ने एक ट्वीट किया जिसमें मोदी सरकार की नाकामियों की ‘रिपोर्ट कार्ड’ जारी किया। जिसमें इकोनॉमी, सीमा सुरक्षा, विदेश नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा, अफगानिस्तान संकट, पेगासस डेटा सुरक्षा उल्लंघन जैसे मुद्दों पर सरकार को फेल बताया और सवाल पूछा कि इन विफलताओं की जिम्मेदारी किसकी है।
Modi Government’s Report Card:
Economy—FAIL
Border Security–FAIL
Foreign Policy –Afghanistan Fiasco
National Security —Pegasus NSO
Internal Security—Kashmir Gloom
Who is responsible?–Subramanian Swamy— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 24, 2021
आपको बता दें कि सुब्रह्मण्यम् स्वामी भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सासंद हैं। वे जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। वे सांसद के अतिरिक्त 1990-91 में वाणिज्य, विधि एवं न्याय मन्त्री और बाद में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार आयोग के अध्यक्ष भी रहें। 1994-96 के दौरान विश्व व्यापार संगठन के श्रमिक मानकों के निर्धारण में उन्होंने प्रभावी भूमिका निभायी। यह पहला मौका नहीं है जब वो, अपनी ही सरकार पर जमकर हमला बोले हैं। इससे पहले भी वो कई मौके पर मोदी सरकार की नितियों की आलोचना कर चुके हैं।