
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोरकर रख दिया है। इसमें कुल 26 लोगों मौत हो चुकी है, जिसमें से दो विदेशी नागरिक भी शामिल है। मरने वालों में एक UAE का है और दूसरा नेपाल का। इस हमले से जुड़ा एक सच सामने आया है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि आतंकियों ने पल्लवी राव नाम की महिला के पति मंजूनाथ राव को उसी के सामने गोलियों से छलनी कर दिया। महिला ने जब कहा कि मुझे और मेरे बच्चों को भी मार दो तो आतंकियों ने कहा कि जाओ, मोदी को बताओ।
मंजूनाथ राव जिंदगी में पहली बार कश्मीर घूमने के लिए आए थे, जो उनके लिए आखिरी साबित हो गई। यही नहीं बीते 46 सालों में पहली बार अपने परिवार के साथ कर्नाटक से बाहर घूमने के लिए आए थे। हमले से पहले राव दंपत्ति पहलगाम के खूबसूरत घास के मैदानों में टहल रहे थे। तभी अचानक उन्हें ताबड़तोड़ गोलियों की आवाज सुनाई देने लगी। इस हमले में मंजूनाथ के अलावा कर्नाटक के एक और शख्स की मौत हो गई। दूसरे मृतक का नाम भारत भूषण है, जो बेंगलुरु के रहने वाले थे। उन्हें भी आतंकियों ने चुनकर गोली मार दी।
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए मंजूनाथ की बहन ने ANI को कहा कि वे इस महीने की 8 तारीख को गए थे और उनके 24 तारीख को लौटने की उम्मीद थी। उन्होंने मैसेज किया था और मेरी मां को सालगिरह की शुभकामनाएं दी थी।
मंजूनाथ ने अपने बेटे अभिजीत की 12वीं की परीक्षा के बाद कश्मीर घूमने का फैसला किया था। वह बीते 19 अप्रैल को शिवमोगा से एक ग्रुप के साथ निकले थे। वहीं मलनाड एरेका मार्केटिंग को-ऑप सोसाइटी की बिरुर शाखा की शाखा प्रबंधक पल्लवी ने एक टीवी चैनल को बताया कि कैसे आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू करने से पहले पीड़ितों की प्रोफाइल तैयार की थी।
यानी पहले देखा कौन कहां से है, फिर टारगेट चुनकर हत्या की। यह स्पष्ट करता है कि हमला केवल भय पैदा करने के लिए नहीं बल्कि एक सुनियोजित नरसंहार था, जिसमें पर्यटकों को निशाना बनाया गया, ताकि भारत की शांति, पर्यटन और अंतरराष्ट्रीय छवि को चोट पहुंचाई जा सके। हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में छोड़कर भारत वापसी का फैसला लिया और बैठक में हिस्सा लिया। इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह भी कश्मीर पहुंचकर हालतों का जायजा लिया।