भारत में भी तेजी से बढ़ रहा कोरोना के नये स्ट्रेन का खतरा, संक्रमण के आधे मामले यूपी में


यूके से जितने लोग यूपी में वापस आए हैं उनमें से करीब 565 लोगों के मोबाइल बंद हैं। अब यूपी सरकार उनका पता निकालने में जुटी हुई है। य़ूपी में अबतक यूके से लौटे 950 लोगों की जांच की जा चुकी है।


मंज़ूर अहमद मंज़ूर अहमद
देश Updated On :

नई दिल्ली। ब्रिटेन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन अब भारत में फैलता जा रहा है। देश में अब तक दो दर्जन के करीब ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें कोरोना के नये स्ट्रेन के लक्षण हैं। देश में उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य हैं जहां अबतक ऐसे 10 मामले सामने आ चुके हैं। यूपी में कोरोना के नये स्ट्रेन मिलने के बाद इसकी रोकथाम के लिए सरकार पूरी तरह से चौकन्ना हो गई है।

खबरों के अनुसार यूपी में जिन दस लोगों में कोरोना के नए स्ट्रेन के लक्षण मिले हैं, उनमें मेरठ में एक, नोएडा में तीन, गाजियाबाद में दो और बरेली का एक व्यक्ति है। इनमें दो लोग ऐसे मरीज हैं जो दिल्ली के निवासी हैं, लेकिन वे ब्रिट्रेन से यूपी में आए हैं।

अधिकारियों के अनुसार यूपी में कोरोना का नया स्ट्रेन सबसे पहले मेरठ में ही एक दो वर्षीय बच्ची में मिला था, जिसका परिवार ब्रिट्रेन से वापस आया था। इसी के बाद यूपी सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों को अलर्ट कर दिया है।

ब्रिट्रेने से लौटे 565 लोगों ने बंद किया मोबाइल
यूके से जितने लोग यूपी में वापस आए हैं उनमें से करीब 565 लोगों के मोबाइल बंद हैं। अब यूपी सरकार उनका पता निकालने में जुटी हुई है। य़ूपी में अबतक यूके से लौटे 950 लोगों की जांच की जा चुकी है, जबकि अन्य की तलाश हो रही है और फिर जांच की जाएगी।

ब्रिटेन से नोएडा लौटकर आई दो महिलाएं कोरोना वायरस से संक्रमित मिली हैं। ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (GIMS Greater Noida) में दोनों महिलाओं को भर्ती कराया गया है। जीनोम सिक्वेंसिग जांच के लिए दोनों महिलाओं का सैंपल लेकर इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ रिसर्च (ICMR) दिल्ली भेजा गया है। दोनों महिलाएं स्वस्थ हैं हालांकि, इन्हें कोरोना के दूसरे मरीजों से अलग रखा गया है।

मेरठ के आसपास के इलाकों में सख्ती
अब प्रशासन ने मेरठ के आसपास के इलाकों में सख्ती को बढ़ा दिया है। जो अन्य नौ लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, उनकी रिपोर्ट 48 घंटे में आएगी जिससे नए स्ट्रेन की जानकारी मिलेगी।

यूपी के स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. डीएस नेगी स्टेट कोविड कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी जिलों की निगरानी भी कर रहे हैं और सभी जिलों को सख्ती से नियम पालन करने को कहा गया है।

दिल्ली में मिले आठ तो कर्नाटक में सात मिले संक्रमित
29 दिसंबर को देश की अलग-अलग लैब रिपोर्ट के अनुसार NCDC दिल्ली में 14 मामलों की जांच की गई, जिसमें से 8 मामलों में कोरोना का नया स्ट्रेन पाया गया। वहीं बेंगलूरु के NIMHANS में 15 मामलों की जांच में 7 में नया स्ट्रेन मिला है।

कर्नाटक के राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने बताया कि संक्रमित पाए गए 26 लोगों के नमूनें राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान अस्पताल ( NIMHANS) भेज गए थे, ताकि इनके नए ‘स्ट्रेन’ से संक्रमित होने का पता लगाया जा सके। इनमें से सात के ब्रिटेन में सामने आए वायरस के नए ‘स्ट्रेन’ से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।

सुधाकर ने पत्रकरों से कहा, ‘‘ सात में से तीन लोग बेंगलुरू और अन्य चार शिमोगा में हैं। सभी अस्पतालों में भर्ती हैं।’’ इनके सम्पर्क में आए करीब 46 लोग भी पृथक रह रहे हैं।

कोलकाता में कोरोना वायरस के नए ‘स्ट्रेन’ का पहला मामला आया सामने
पश्चिम बंगाल में ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार (स्ट्रेन) का पहला मामला सामने आया है। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी का बेटा लंदन से आने के बाद ‘म्यूटेंट स्ट्रेन’ वीयूआई-202012/01 से संक्रमित पाया गया है।

अधिकारी ने कहा, ‘‘ सरकारी अस्पताल के ‘सुपर-स्पेशलिस्ट सेक्शन’ में उसका इलाज चल रहा है। हमने उनके सम्पर्क में आए सभी लोगों का पृथक रहने की सलाह दी है।’’ उन्होंने बताया कि 10 दिन पहले कोलकता लौटने पर ‘नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे’ पर जांच के दौरान युवक संक्रमित पाया गया था।

अधिकारी ने कहा, ‘‘ उसके सम्पर्क में आए छह अन्य लोगों के संक्रमित ना होने की पुष्टि हुई थी। उसके ब्रिटेन से लौटने के बाद उसके नमूनों को आनुवंशिक विश्लेषण के लिए भेजा गया था। इस जांच में उसके वायरस के नए ‘स्ट्रेन’ से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। उसकी रिपोर्ट दिल्ली के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र को भेजी गई है।’’

बता दें कि देश में वायरस के इस नए ‘स्ट्रेन’ के 20 मामले सामने आ चुके हैं।