चेन्नई। राजीव गांधी हत्याकांड के सात दोषियों की रिहाई की मांग का विरोध करते हुए तमिलनाडु में कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि राजनीतिक दलों की यह मांग अस्वीकार्य है।
तमिलनाडु में कांग्रेस की प्रमुख सहयोगी द्रमुक समेत अनेक राजनीतिक दल एजी पेरारिवलन और अन्य दोषियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। इसी पृष्ठभूमि में तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के एस अलागिरी ने कहा कि सजा कम करने का फैसला केवल न्यायपालिका को करना चाहिए। पेरारिवलन की क्षमा याचिका राज्यपाल के पास लंबित है।
अलागिरि ने कहा कि अगर राजीव गांधी हत्याकांड के दोषियों को रिहा किया जाता है तो उन सभी दोषियों की रिहाई की मांग उठेगी जो जेल में 25 साल से अधिक समय काट चुके हैं।
उन्होंने एक बयान में कहा- ‘‘अगर अदालत राजीव मामले के सात दोषियों की रिहाई की घोषणा करती है तो हम स्वीकार करेंगे। हालांकि राजनीतिक दलों द्वारा उनकी रिहाई की कोशिश करना अस्वीकार्य है।’’
अलागिरि ने कहा, ‘‘यह तमिल संस्कृति नहीं है कि एक पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या करने वाले और भारत को नुकसान पहुंचाने वाले दोषियों को समर्थन दिया जाए।’’
अलागिरि ने कहा कि हत्या के दोषियों की रिहाई के लिए लामबंदी करने का मतलब है कि थानों, अदालतों की और कानून व्यवस्था कायम रखने की बात करने की कोई जरूरत नहीं है। हत्या के दोषियों को केवल दोषी समझा जाना चाहिए और ऐसे लोगों को ‘तमिल’ कहना अनुचित है।