नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत बुद्ध और महात्मा गांधी की भूमि है, जिन्होंने अपने कार्यो में दिखाया कि दूसरों के लिए जीना क्या है। रोटरी इंटरनेशनल वल्र्ड कन्वेंशन को वर्चुअल तौर पर संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी की।
रोटेरियन्स को ‘सफलता और सेवा’ का सच्चा मिश्रण बताते हुए उन्होंने कहा, “इस पैमाने की हर रोटरी सभा मिनी-ग्लोबल असेंबली की तरह है। विविधता और जीवंतता है।”
रोटरी के दो आदर्श वाक्य ‘स्वयं से ऊपर की सेवा’ और ‘एक लाभ जो सबसे अच्छी सेवा करता है’ का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये संपूर्ण मानव जाति के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण सिद्धांत हैं और ‘हमारे संतों और संतों की शिक्षाओं’ के साथ प्रतिध्वनित होते हैं।
स्वामी विवेकानंद का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम सभी एक अन्योन्याश्रित, परस्पर और परस्पर जुड़े हुए दुनिया में मौजूद हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति, संगठन और सरकारें हमारे ग्रह को अधिक समृद्ध और टिकाऊ बनाने के लिए मिलकर काम करें।”
उन्होंने पृथ्वी पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाले कई कारणों पर ‘कड़ी मेहनत’ करने के लिए रोटरी इंटरनेशनल की प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चूंकि भारत में मानवता का सातवां हिस्सा है, ऐसे में भारत की किसी भी उपलब्धि का दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने उदाहरण के तौर पर 2030 के वैश्विक लक्ष्य से पांच साल पहले, 2025 तक तपेदिक के उन्मूलन को प्राप्त करने के लिए कोविड-19 वैक्सीन कहानी और प्रयासों का हवाला दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने रोटरी परिवार को जमीनी स्तर पर इन प्रयासों का समर्थन करने के लिए आमंत्रित किया और उन्हें पूरी दुनिया में बड़ी संख्या में योग दिवस मनाने के लिए भी कहा।