कोलकाता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत सेवाश्रम संघ (बीएसएस) द्वारा दिखाए गए मार्ग भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम योगदान देंगे।
शाह ने भारत सेवाश्रम संघ के मुख्यालय का दौरा किया और उम्मीद जताई कि जिस मार्ग पर चलते हुए बीएसएस ने समाज में अपना योगदान दिया है वह उसे आगे भी जारी रखेगा और नये ‘‘हिन्दुस्तान’’ के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा।
भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक स्वामी प्रणवानंद की 125वीं जयंती पर अपनी श्रद्धंजलि अर्पित करते हुए शाह ने कहा कि उन्होंने उस समय स्वधर्म और स्वराज की संकल्पना को बुलंद किया, जब देश को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष शाह ने कहा कि भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी और स्वामी प्रणवानंद के विचार एक जैसे थे और दोनों ने देश के लिए काम किया।
उन्होंने दावा कि आज जो पश्चिम बंगाल का अस्तित्व है वह मुखर्जी की वजह से है नहीं तो यह बांग्लादेश में चला गया होता।
शाह ने कहा कि देश भर में कहीं पर भी विपदा आई हो, भारत सेवाश्रम संघ के संन्यासियों ने जाति, धर्म और पंथ से ऊपर उठकर सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है।
शाह के साथ इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।