रैली का मकसद चुनाव नहीं, महंगाई, आर्थिक असमानता के खिलाफ लड़ाई है : जयराम रमेश


कांग्रेस राष्ट्रीय राजधानी के रामलीला मैदान में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ ‘महंगाई पर हल्ला बोल’ रैली कर रही है। पार्टी को उम्मीद है कि विरोध रैली में पड़ोसी राज्यों के कार्यकर्ताओं और देशभर के पार्टी नेताओं के अलावा लाखों लोग शामिल होंगे।


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नई दिल्ली। महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की रैली से पहले पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने रविवार को कहा कि रैली का फोकस महंगाई और आर्थिक असमानता पर है। मीडिया से बात करते हुए जयराम रमेश ने कहा, “रैली 2024 के चुनाव के उद्देश्य से नहीं है, बल्कि महंगाई से जूझ रहे लोगों के लिए है। कांग्रेस ने 5 अगस्त को इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया था, जिसमें हमारे 70 सांसदों को हिरासत में लिया गया था।”

कांग्रेस राष्ट्रीय राजधानी के रामलीला मैदान में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ ‘महंगाई पर हल्ला बोल’ रैली कर रही है। पार्टी को उम्मीद है कि विरोध रैली में पड़ोसी राज्यों के कार्यकर्ताओं और देशभर के पार्टी नेताओं के अलावा लाखों लोग शामिल होंगे।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, “हम गर्व से कह सकते हैं कि हम वह पार्टी हैं, जो पूरे देश में सबसे दर्दनाक बढ़ती महंगाई के मुद्दे के खिलाफ लड़ रही है। 2021 से लगातार हम इसका विरोध कर रहे हैं।”

राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की उठी मांग

कांग्रेस में एक बार फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर कवायद शुरू हो गई है। इसी बीच दिल्ली के रामलीला मैदान से कार्यकर्ताओं ने अनोखे ढंग से राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाने की मांग उठाई है। मैदान में कुछ कार्यकर्ता हाथ में राहुल गांधी का पोस्टर लिए हुए हैं। जिसमें लिखा हुआ है — वी वांट राहुल गांधी एज प्रेजिडेंट। इससे पहले ही पार्टी के भीतर से ही बड़े नेताओं का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चर्चा में आ गया है, लेकिन पार्टी के कई नेता राहुल गांधी को एक बार फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं।

दरअसल राहुल गांधी तीन साल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। उस दौरान मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी, लेकिन 2019 के आम चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।

राहुल गांधी ने तब ये भी साफ कहा था कि पार्टी का अगला अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का ही कोई होगा, कई दिन तक चले मान-मनौव्वल के दौर के बाद भी राहुल अध्यक्ष बने रहने को लेकर नहीं माने थे। बाद में कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष चुना था लेकिन करीब दो साल से अधिक का समय गुजर चुका है, कांग्रेस को नया अध्यक्ष नहीं मिला है।